फर्जी तरीके से आठ ड्राइविग लाइसेंस बनाने का मामला पहुंचा हाई कोर्ट
पटियाला फर्जी तरीके से आठ ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के मामले में उचित कार्रवार्इ्र न होने पर शिकायतकर्ता हाई कोर्ट पहुंच गया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला
नाभा रोड नजदीक स्थित ड्राइविग ट्रैक कर्मचारियों द्वारा बिना किसी दस्तावेज के आठ ड्राइविग लाइसेंस बनाने की आशंका के मद्देनजर अमरजीत ने मॉडल टाउन थाना में शिकायत देकर इस बारे में कार्रवाई करने की मांग की थी। मगर, कई दिनों तक पुलिस द्वारा इस बारे में कोई कार्रवाई न करने के कारण शिकायतकर्ता अमरजीत ने अब हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
ये है मामला : वर्ष 2017 में ट्रांसपोर्ट विभाग के स्थानीय ड्राइविग ट्रैक पर 8 ड्राइविग लाइसेंस बनाए गए थे। जिसे अमरजीत ने फर्जी करार देते हुए इसकी शिकायत मॉडल टाउन थाने में दी थी। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में एटीओ सहित क्लर्क व स्मार्टचिप कर्मचारियों के नाम शामिल किए थे। शिकायतकर्ता का मानना है कि इन अधिकारियों की मिलीभगत के चलते 8 ड्राइविग लाइसेंस बिना किसी दस्तावेज के तैयार किए गए। हालांकि इससे पहले ऐसा ही एक मामला समाना-1 कॉलोनी का भी सामने आ चुका है। इस मामले में भी दो ड्राइविग लाइसेंस बिना किसी दस्तावेज के तैयार किए गए थे। शिकायतकर्ता का मानना है कि ट्रैक कर्मचारियों का एजेंटों से सीधा तालमेल है। जिसके चलते फर्जी ड्राइविग लाइसेंस तैयार किए जाते है।
उधर, इस बारे में शिकायतकर्ता अमरजीत का कहना है कि मामले पर कार्रवाई करवाने के लिए माडल टाउन थाना में शिकायत की गई थी। इसके बाद इस मामले की पड़ताल भी हुई, लेकिन अगली कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने जब इस बारे में पुलिस से बातचीत की, तो ऐसा लगा कि वे भी ट्रैक कर्मचारियों की जुबान बोल रहे हैं। इससे उन्हें अंदाजा लगा कि इस पर आगे कोई कार्रवाई नहीं होगी। यही कारण है कि वे इस मामले को लेकर अब हाई कोर्ट गए हैं।