KLF आतंकी सुखचैन का मोबाइल खोलेगा राज, फेसबुक व मैसेंजर करता था ऑपरेट
पकड़ा गया केएलएफ आतंकी सुखचैन सिंह मोबाइल से फेसबुक व मैसेंजर आपरेट करता था। पुलिस उसकी मोबाइल लोकेशन से पता कर रही है कि वह कहां-कहां गया था।
पटियाला [प्रेम वर्मा]। खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) से जुड़ा गिरफ्तार आतंकी सुखचैन सिंह अपने मोबाइल से ही फेसबुक और मैसेंजर ऑपरेट करता था। पुलिस उसके मोबाइल फोन लोकेशन से पता लगाने में जुटी है कि इस दौरान वह कहां-कहां गया था। तीनों आरोपितों को बरनाला जेल भेजने के बाद पुलिस उनके सोशल नेटवर्क की पड़ताल कर रही है। आरोपितों के मोबाइल फोन कब्जे में लेकर पुलिस पता लगाने में जुटी है कि कौन से आइपी एड्रेस के जरिये यह लोग फेसबुक का इस्तेमाल करते थे।
डेढ़ साल पहले अन्य आरोपितों के संपर्क में आने के बाद राजपुरा के गांव सेहरा के आरोपित सुखचैन सिंह ने केस और दाढ़ी रखनी शुरू की थी। वहीं, सुखचैन सिंह को बेकसूर बता और उसे गुमराह किए जाने का दावा कर परिवार रविवार को इंसाफ की मांग करने वाला था। पुलिस ने लोगों को इकट्ठा होने से पहले ही उन्हें शांत कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने परिवार को भरोसा दिया कि उन्हें नियमों के अनुसार सरकार की ओर से वकील मुहैया करवा दिया गया है। सुखचैन सिंह के भाई बुधराम का कहना है कि सरकारी वकील मिल जाने के बाद परिवार ने संघर्ष रद कर दिया है।
अमृतपाल है ग्रुप का सरगना
आरोपित सुखचैन सिंह करीब ढाई साल पहले मानसा जिले के गांव बोहा के अमृतपाल सिंह के संपर्क में आया था। अमृतपाल ग्रुप के सरगना के तौर पर काम कर रहा था। सुखचैन सिंह फतेहगढ़ साहिब में जाकर अमृतपाल सिंह से मिला था। यहां पर सुखचैन सिंह के हाथ में पिस्तौल देकर धमकी देने वाली वीडियो शूट की गई। इस वीडियो को अमृतपाल सिंह ने KLF के फेसबुक पेज पर अपलोड करते हुए कुछ लोगों को धमकियां दी थी।
पुलिस ने सुखचैन, अमृतपाल सिंह और मजीठा के जसप्रीत सिंह को समाना से गिरफ्तार किया था। इन लोगों के पास से एक .32 बोर का पिस्तौल और सात कारतूस बरामद किए थे। हरियाणा के कैथल का इनका साथी लवप्रीत सिंह पहले की दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर रखा है। एक टीम उसे प्रोडक्शन वारंट पर लाने के लिए गई है। एक अन्य टीम फरार चल रहे आरोपित गैवी की तलाश में छापामारी कर रही है।
गहराई से कर रहे जांच : एसएसपी
एसएसपी मंदीप सिंह सिद्धू का कहना है कि पुलिस गहराई से पूरे मामले की जांच कर रही है। अभी एक आरोपित को काबू करना बाकी है। उसके बाद सभी कडिय़ां एक-दूसरे से जुड़ेंगी।