पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में रेडियोलाजी विभाग में मरीजों से मंगवाए जा रहे ग्लव्स व सैनिटाइजर, सीएम को भेजी शिकायत
मुख्यमंत्री को भेजी शिकायत में शिकायतकर्ता दीदार सिंह ने बताया कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने आए हर मरीज से संबंधित विभाग के कर्मचारियों द्वारा दो जोड़ी ग्लव्स और एक सैनिटाइजर मंगवाकर मरीजों से लूट की जा रही है।
पटियाला, जेएनएन। राजिंदरा अस्पताल के रेडियोलाजी विभाग में डाक्टरों ने टेस्ट करवाने आ रहे हर मरीज से गैरकानूनी तौर पर ग्लव्स और सैनिटाइजर मंगवाने का आरोप लगाते हुए सीएम को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री को भेजी शिकायत में शिकायतकर्ता दीदार सिंह ने बताया कि अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने आए हर मरीज से संबंधित विभाग के कर्मचारियों द्वारा दो जोड़ी ग्लव्स और एक सैनिटाइजर मंगवाकर मरीजों से लूट की जा रही है।
इसकी कीमत करीब 150 रुपये बनती है, जो कम आय वाले मरीजों पर निश्चित रूप से वित्तीय बोझ है। बावजूद इसके मरीजों से मेडिकल स्टाफ द्वारा सही व्यवहार नहीं किया जा रहा। जिस कारण अस्पताल में आने वाले अधिकतर मरीज परेशान हैं। उन्होंने सीएम से मामले की जांच करवा मामले के जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि 19 अक्टूबर को पेट में अचानक दर्द होने के कारण उन्हें राजिंदरा अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में दाखिल करवाया गया था। डाक्टरों ने उनका इलाज शुरू करके अल्ट्रासाउंड और एक्सरे करवाने की सलाह दी। अल्ट्रासाउंड करवाने जब विभाग में पहुंचे तो पहले कर्मचारियों से बार-बार पूछने पर किसी ने कुछ नहीं बताया। इसके बाद अन्य मरीजों से पूछताछ कर बनती फीस जमा करवाकर पर्ची बनवाई। इसके बाद जब कमरे में अल्ट्रासाउंड करवाने गए तो वहां मौजूद महिला डाक्टर ने उन्हें दो जोड़ी ग्लव्स और एक बोतल हैंड सैनिटाइजर लाने के लिए कहा।
यह सामान वहां टेस्ट करवाने आए हर मरीज से मंगवाया जा रहा था। इसका विरोध करने पर उन्हें टेस्ट न करने की धमकी भी दी गई। इसके बाद उनके द्वारा मंगवाया गया सामान जमा करवाने के बाद ही उनका टेस्ट किया गया। जांच कर जिम्मेवार कर्मचारियों पर करेंगे कार्रवाई राजिंदरा अस्पताल के एमएस डा. एचएस रेखी ने कहा कि फिलहाल मामले की जानकारी नहीं है। अगर किसी मरीज को परेशानी हुई है तो वह उनके पास आकर संबंधित कर्मचारी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सकता है। इसके अलावा अपने स्तर पर भी मामले की जांच करेंगे और अगर कोई कर्मचारी जिम्मेदार पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।