जेएनयू में हमले को लेकर डीटीएफ में रोष
डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट पंजाब ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार को विद्यार्थी और अध्यापक पर यूनिवर्सिटी के होस्टल में दाखिल होकर गुंडों द्वारा किए गए जानलेवा हमला की घोर निदा की है।
जेएनएन, पटियाला : डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट पंजाब ने जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार को विद्यार्थी और अध्यापक पर यूनिवर्सिटी के होस्टल में दाखिल होकर गुंडों द्वारा किए गए जानलेवा हमला की घोर निदा की है। इस धक्केशाही के रोष के तौर पर पंजाब भर में बड़ी संख्या में सरकारी स्कूलों के अध्यापकों ने भी काले बिल्ले लगा कर रोष का प्रकट किया।
डीटीएफ के प्रांतीय प्रधान दविदर सिंह पूनिया और जनरल सचिव जसविदर सिंह ने कहा कि जेएनयू देश की केवल एक यूनिवर्सिटी ही नहीं बल्कि एक बौद्धिक टकसाल है, जिसमें आर्थिक पक्ष से कमजोर विद्यार्थी सस्ती शिक्षा प्राप्त करके हर क्षेत्र में प्राप्तियां कर रहे हैं। इस कारण यह मौजूदा हाकिमों और कारपोरेटों की आंखों में चुभ रही है। देश की फासीवादी सरकार जेएनयू की इस विरासत को खतरे में डाल खत्म करके गरीब और आर्थिक तौर पर पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों से शिक्षा का हक छीनना चाहती है। विद्यार्थियों और अध्यापकों पर हुआ हमला इसी की ही एक कड़ी है। नेताओं ने विद्यार्थियों और अध्यापकों पर हमला करने वाले गुंडों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने, आरोपित पुलिस कर्मचारियों को बर्खास्त करने और केंद्रीय ग्रह मंत्री के इस्तीफे की मांग की। इस मौके पर विक्रमदेव सिंह, अश्वनी अवस्थी, धर्म सिंह, ओम प्रकाश मानसा, राजीव कुमार बरनाला, जगपाल बंगी, हरजिदर सिंह, कुलविदर सिंह जोसन, पवन कुमार मुक्तसर, नछत्तर सिंह तरनतारन, रुपिदर पाल गिल, अश्वनी कुमार, सुखदेव मौजूद रहे।