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वित्तीय कमेटी ने किया सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद

पटियाला पंजाबी यूनिवर्सिटी की वित्तीय कमेटी ने जहां मुलाजिमों को सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 12:12 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jan 2020 06:08 AM (IST)
वित्तीय कमेटी ने किया सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद
वित्तीय कमेटी ने किया सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद

जागरण संवादाता, पटियाला :

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पंजाबी यूनिवर्सिटी की वित्तीय कमेटी ने जहां मुलाजिमों को सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद कर दिया है। वहीं दूसरी ओर यूनिवर्सिटी टीचिग स्टाफ को इनटर्म रिलीफ की सुविधा देने की तैयारी कर रही है। जिसके चलते यूनिवर्सिटी ने इस मामले को लेकर प्रोसीडिग भी तैयार कर ली है। सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद करने के बाद यूनिवर्सिटी को साल में पांच करोड़ का फायदा होगा। वहीं, दूसरी ओर सूत्र बताते हैं कि टीचिग स्टाफ को इनटर्म रिलीफ सुविधा देने पर यूनिवर्सिटी को प्रति महीना 40 लाख का खर्च उठाना होगा। अंदाजन एक साल का 4.80 लाख रुपये बताया जा रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूनिवर्सिटी खुद अपने वित्तीय संकट की जिम्मेदार है। मुलाजिम संगठन कोर्ट जाने की तैयारी में

पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा मुलाजिमों का सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद करने के बाद मुलाजिम संगठनों ने कोर्ट जाने की तैयारी कर ली है। जिसके चलते ए क्लास अफसर एसोसिएशन ने तैयारी शुरू कर दी है। एसोसिएशन सिर्फ गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की वीरवार को होने वाली कोर्ट पेशी के दौरान होने वाली चर्चा के इंतजार में है। जिसके बाद यूनिवर्सिटी मुलाजिम भी मामले को लेकर केस करेंगे। जानकारों अनुसार मुलाजिमों में यह समझौता भी हो चुका है कि कोर्ट में केस करने के मामले में ए क्लास व बी क्लास एसोसिएशन अपनी-अपनी कैटेगरी के मुलाजिमों से पैसे एकत्रित करेगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन भी इस अलाउंस को बंद करना नहीं चाहता था। पर सरकार की ग्रांट बंद करने की चेतावनी के बाद अधिकारियों को मजबूरन यह कदम उठाना पड़ा। --सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद करने की यूनिवर्सिटी की कार्रवाई निदनीय है। इस फैसले को लेकर मुलाजिमों में रोष है। मामले को लेकर रजिस्ट्रार से भी मीटिग हुई। अब मुलाजिम इस मामले को लेकर कोर्ट जाने की तैयारी में है। इस मामले में वीरवार को गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की कोर्ट पेशी है, में देखना है कि क्या होगा। इसके बाद एसोसिएशन भी केस करेगी। वहीं दूसरी ओर यूनिवर्सिटी टीचिग स्टाफ को इनटर्म रिलीफ की सुविधा दे रही है, नियमों के उलट है।

--दलबीर रंधावा, प्रधान, ए क्लास एसोसिएशन ---टीचिग स्टाफ पंजाब सरकार व यूजीसी दोनों से फायदा लेने के चक्कर में

यूनिवर्सिटी में काम कर रहा टीचिग स्टाफ पर यूजीसी नियम लागू होते हैं। पर अब यूनिवर्सिटी प्रशासन टीचिग स्टाफ को इनटर्म रिलीफ की सुविधा देने की तैयारी कर रहा है। जबकि यह नियम पंजाब सरकार का है। अगर देखा जाए तो टीचिग स्टाफ पंजाब सरकार व यूजीसी दोनों के नियम लागू करवा फायदा लेने के चक्कर में है। जानकारी अनुसार सेक्रेटेरिएट अलाउंस बंद होने के बाद सीनियर सहायक 2300 रुपये, सुपरिटेंडेंट और एआर 4300 से 4500 रुपये तक और क्लेरिकल को दो हजार रुपये तक का नुकसान होगा।


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