बजट से किसान नाखुश, कहा नहीं सुधरेंगे किसानों के हालात
पंजाब सरकार ने घोषित बजट में कर्ज माफी और आत्महत्या करने वालों किसान परिवारों को राहत के लिए प्रस्तावित तीन-तीन सौ करोड़ रुपए के फंड पर किसानों ने असंतोष जाहिर किया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाब सरकार ने घोषित बजट में कर्ज माफी और आत्महत्या करने वालों किसान परिवारों को राहत के लिए प्रस्तावित तीन-तीन सौ करोड़ रुपये के फंड पर किसानों ने असंतोष जाहिर किया है। किसानों के मुताबिक पंजाब में कृषि मुख्य व्यवसाय है जिसको प्रोत्साहित करने की जिम्मेदारी भी सरकार की बनती है। फसल सुरक्षा पॉलिसी का किसानों को इंतजार था परंतु बजट में इसको दर किनार किया गया है। केंद्र सरकार की तरह ही पंजाब सरकार ने किसानों का हित नहीं देखा (बाक्स फोटो 27)
किसानों की ओर से आत्महत्या करने पर परिवारों और भूमिहीनों की मदद के लिए 3 हजार करोड़ का बजट में प्रावधान रखा है। ये किसानों के लिए एक मजाक जैसा है। जैसे कर्ज माफी के तहत किसानों से मजाक किया गया वैसे ही अब आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा के नाम पर फिर मजाक होगा। सरकार को बजट में कृषि को प्रोत्साहित और फसल की सुरक्षा के लिए विशेष योजना शुरू करना चाहिए थी। सरकार के इस बजट से न तो कर्ज माफी होगी और न ही पीड़ित परिवारों को पर्याप्त सहायता मिल सकेगी।
..करनैल ¨सह, क्रांतिकारी किसान यूनियन वरिष्ठ उप प्रधान (बाक्स फोटो 28) कर्ज माफी के नाम पर किसानों का मजाक अभी भूले नहीं है, पीड़ित किसानों को नजरअंदाज करने पर ही किसान खुदकुशी का राह चुनता है। अभी तक अढाई एकड़ भूमि वाले किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ है। सरकार को फसलों का बीमा और किसानों को पेंशन जैसी सुविधाएं देनी होगी जिससे किसान सुरक्षित रह सकता है। कर्ज माफी को धरातल पर लागू न कर बड़े किसानों का कर्ज माफ किया जा रहा है। पंजाब सरकार ने भी केंद्र सरकार जैसे ही किसानों को लॉलीपाप दिया है। इससे किसानों की दशा सुधरने वाली नहीं।
..जसबीर ¨सह सिऊणा, महासचिव