एक जून को बिजली कर्मचारी और इंजीनियर मनाएंगे काला दिवस
पटियाला बिजली के निजीकरण के लिए लाए गए इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2020 के विरोध में देशभर के बिजली कर्मियों और इंजीनियर एक जून को काला दिवस मनाएंगे।
जागरण संवाददाता, पटियाला : बिजली के निजीकरण के लिए लाए गए इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2020 के विरोध में देशभर के बिजली कर्मियों और इंजीनियर एक जून को काला दिवस मनाएंगे। केंद्रीय विद्युत मंत्री आरके सिंह को पत्र भेजकर ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन ने कहा है कि इलेक्ट्रीसिटी एक्ट 2003 में संशोधन करने विरोध में देशभर के बिजली कर्मियों और अभियंता एक जून को काला दिवस मनाएंगे।
फेडरेशन के प्रवक्ता विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि यह निर्णय लिया गया कि कोविड-19 महामारी के दौरान केंद्र सरकार द्वारा बिजली का निजीकरण करने के लिए इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2020 का मसौदा जारी करने का पुरजोर विरोध किया जाएगा। इसके अंतर्गत बिजली कर्मचारी और इंजीनियर अपने कार्य पर रहते हुए पूरे दिन दाएं बाजू पर काली पट्टी बांधकर निजीकरण के लिए लाए गए बिल का पुरजोर विरोध करेंगे। ग्लोबल आपदा की इस कठिन घड़ी में जब सब एकजुट होकर इसका मुकाबला कर रहे हैं तब इस बिल को ठंडे बस्ते में डालना ही राष्ट्रहित में है। स्थिति सामान्य होने पर ही बिल पर सार्थक बहस का वातावरण बन सकेगा, अत: बिल को तत्काल रोक दिया जाए।
गुप्ता ने कहा कि अभी किसानों को मुफ्त बिजली मिलती है अथवा प्रति हार्स पावर के हिसाब से बहुत कम दरों पर बिजली मिलती है। जो बाद में महंगी हो जाएगी।