लॉकडाउन में अवैध शराब मामले में ED ने शुरू की जांच, कुछ सवालों के जवाब में उलझी पुलिस
ईडी को शक है कि स्थानीय पुलिस कर्मियों ने बड़े लीडरों की शह पर अवैध शराब फैक्ट्री चलाई। मामले में पुलिस की भूमिका की जांच की जा रही है।
पटियाला [प्रेम वर्मा]। शंभू-अंबाला रोड पर बंद कोल्ड स्टोर से पकड़ी गई अवैध शराब फैक्ट्री के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जांच शुरू करते ही शंभू के स्थानीय पुलिस कर्मियों को शक के घेरे में लिया है। पटियाला पुलिस ने बेशक शंभू थाना के इंचार्ज रहे प्रेम सिंह व एक एएसआइ को सस्पेंड कर पुलिस लाइन भेज दिया है, लेकिन ईडी इन्हें भी पूछताछ के घेरे में ले सकती है।
अवैध शराब फैक्ट्री के मामले में ईडी कांग्रेस के घनौर से विधायक मदन लाल जलालपुर से भी पूछताछ होगी। जलालपुर ने साफ कहा था कि अमरीक सिंह खानपुर उनका खास आदमी है और उसे अपना राइट हैंड भी बताया है। इस मामले में कई बड़े लोगों के नाम भी शामिल हो सकते हैं। विधायक जलालपुर ने कहा कि ईडी का जांच करना बिलकुल सही है। इससे पुलिस केस की सच्चाई पता चलेगी। खानपुर को नाजायज फंसाया है, जबकि इलाके में अकाली दल के लोग अवैध शराब बेचते हैं।
दो आरोपित अब भी फरार
डीएसपी घनौर मनप्रीत सिंह व एक्साइज विभाग की टीम ने 13 मई की रात एक कोल्ड स्टोर में छापा मारा था। बंद कोल्ड स्टोर में अवैध शराब बनाने का काम चलता था। पुलिस ने करीब 1200 लीटर ईएनए (स्प्रिट), भारी मात्रा में अवैध शराब की पेटियां, शराब बनाने वाली मशीनें, भारी मात्रा में बोतलों के ढक्कन, लेबल, गत्ते के डिब्बे व अन्य सामान बरामद किया था।
इस मामले में आरोपित कांग्रेस के सरपंच अमरीक सिंह खानपुर खुर्द, दिपेश कुमार राजपुरा, हरप्रीत सिंह थूहा, हरदीप सिंह बची और विजय सिंह को नामजद किया था। अमित कुमार की गिरफ्तारी के बाद दिपेश को भी पुलिस ने पकड़ लिया था। चार आरोपित फरार थे। ईडी ने जांच शुरू की तो आरोपित अमरीक ने भी आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद हरदीप को गिरफ्तार किया था। आरोपित हरप्रीत व विजय अभी फरार हैं।
इन सवालों के जवाब में उलझी पटियाला पुलिस
- 9 जून की रात को ईडी का लेटर मिलने के बाद भी एफआइआर की कॉपी व डिटेल्स नहीं सौंपी
- दो दिन समय मांगने पर फरार आरोपितों की गिरफ्तारी, केस के सबूत व तथ्य पुख्ता करने का पुलिस पर दबाव
- विधायक जलालपुर का खानपुर को लेकर दावा व पुलिस पर आरोप लगाने के बाद भी उनसे पूछताछ नहीं की
- कर्फ्यू के दौरान फैक्ट्री लगाने के लिए सामान जुटाया, जो बिना स्थानीय पुलिस की मिलीभगत संभव नहीं अभी जांच शुरू होनी बाकी है
- अवैध शराब फैक्ट्री मामले में एफआइआर की कॉपी व अन्य डिटेल्स लेने पहुंचे ईडी अधिकारी निरंजन सिंह ने कहा कि अभी पटियाला पुलिस से डिटेल्स नहीं मिली है। जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे।