डेंगू के बढ़ रहे मामले, विभाग चौकस
सरहिद जिले में 189 डेंगू के मामले आने के बाद विभाग पूरी तरह से चौकस हो गया है। भले ही अभी तक डेंगू से कोई मौत नहीं हुई है लेकिन सेहत विभाग सतर्कता से काम कर रहा है।
दीपक सूद, सरहिद
जिले में 189 डेंगू के मामले आने के बाद विभाग पूरी तरह से चौकस हो गया है। भले ही अभी तक डेंगू से कोई मौत नहीं हुई है, लेकिन सेहत विभाग सतर्कता से काम कर रहा है। क्योंकि इस समय सभी लोग कोरोना से बचने के लिए ध्यान दे रहे हैं, लेकिन डेंगू व अन्य बीमारियों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा। 189 मामलों में से 132 मामले शहरों, जबकि 57 मामले ग्रामीण एरिया से संबंधित हैं। जिसमें सरहिद में 96,
अमलोह में तीन, मंडी गोबिदगढ़ में 22, बस्सी पठाना में 10, खमाणों में एक, नंदपुर कलौड़ में 25 और चनारथल कलां में 32 मामले सामने आए है।
विभाग डेंगू की रोकथाम के लिए सतर्क
डेंगू के जिले में पैर पसारने के बाद सेहत विभाग हरकत में आ चुका है। जिसे लेकर सभी सेहत अधिकारी व सेहत कर्मी पैनी नजर रखे हैं। सेहत विभाग ने डेंगू के बचाव की जानकारी देने के लिए मंडी गोबिदगढ़, सरहिद, अमलोह, संघोल में सर्वे करवाया जा रहा है, क्योंकि पिछले वर्षो के दौरान डेंगू के सबसे अधिक केस सरहिद में आए थे। जबकि दूसरे शहरों में भी लगातार सर्वे जारी है। इसके अलावा सेहत विभाग की टीमें जो पहले से ही गठित की हुई हैं, लगातार जिले के सभी शहरों व गांवों में लोगों के घरों में जा कूलरों, कबाड़ हो चुके टायरों, गमलों आदि से पानी आदि को हटाने के लिए कह रही हैं। साथ ही प्रचार सामग्री का भी सहारा लिया जा रहा है। सेहत विभाग लगातार कूलरों की जांच की जा रही है और जांच के दौरान जिन लोगों के कूलरों से लारवा मिला है उसके तहत लोगों के चालान कर जुर्माना भी किया गया है।
रोग के लक्षण व उपाय
डेंगू का मच्छर साफ पानी में पैदा होता है। इसके लक्षणों में एकदम से तेज बुखार होना, तेज सिरदर्द, जोड़ों तथा मांसपेशियों में दर्द, नाक, जबड़ों, मुंह से खून निकलना और त्वचा पर निशान होना, उल्टी, पेट में तेज दर्द, प्यास लगना आदि शामिल है। ऐसे में मरीज को उक्त बीमारी से बचने के लिए पूरे शरीर को ढकना चाहिए, दिन में भी बाजार में मच्छरों को दूर रखने के उपकरणों का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि यह मच्छर दिन में ही काटता है।
लक्षण दिखें तो अस्पताल जाएं : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. सुरिदर सिंह ने कहा कि अगर किसी को डेंगू के लक्षण दिखें तो वह सिर्फ सिविल अस्पताल में ही उपचार के लिए पहुंचे। क्योंकि सिविल अस्पताल में डेंगू टेस्ट पूरी तरह से निशुल्क किया जाता है और किसी भी प्राइवेट अस्पताल में इसका कोई टेस्ट नही होता। उन्होंने प्राइवेट अस्पतालों व डाक्टरों से अपील की कि उक्त लक्षणों वाला कोई मरीज आता है तो उसकी तुरंत सिविल अस्पताल को सूचना दी जाए। उन्होंने लोगों से फ्राइडे को ड्राई डे तहत अपने कूलर का पानी जरूर साफ करें।