चितकारा को मिली इंस्टीट्यूशन आफ हैप्पीनेस के रूप में मान्यता
चितकारा यूनिवर्सिटी को इंस्टीट्यूट आफ हैप्पीनेस का खिताब मिला है।
संस, राजपुरा : चितकारा यूनिवर्सिटी को इंस्टीट्यूट आफ हैप्पीनेस का खिताब मिला है। हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित एकेडमिक एक्सीलेंस कान्क्लेव में भारत के सबसे खुशहाल शैक्षणिक संस्थानों की घोषणा की गई। इसी के तहत चितकारा यूनिवर्सिटी को इंस्टीट्यूशंस आफ हैप्पीनेस के रूप में सम्मान दिया गया।
इंस्टीट्यूट आफ हैप्पीनेस का दर्जा एक कठोर स्वतंत्र आडिट के बाद प्रदान किया जाता है, जिसमें संपूर्ण भारतवर्ष से विभिन्न शिक्षा संस्थान शामिल होते हैं और यह प्रक्रिया पिछले वर्ष दिसंबर में भारत के वाणिज्य संघों की प्रतिनिधि संस्था एसोचैम (भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल) के सहयोग से शुरू की गई थी। चितकारा यूनिवर्सिटी की तरफ से इस अवार्ड को चितकारा बिजनेस स्कूल के डीन डा. संधीर शर्मा ने केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री स्मृति जे ईरानी से प्राप्त किया। इस अवसर पर, चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो-चांसलर डा. मधु चितकारा ने कहा कि यह पुरस्कार चितकारा यूनिवर्सिटी में अपनाई जाने वाली प्रैक्टिस का प्रमाण है और यह स्टाफ और छात्रों के प्रयासों का परिणाम है। कार्यक्रम के दौरान डा. केके मिश्रा ने चितकारा यूनिवर्सिटी-ए जर्नी टूवर्ड्स एक्सीलेंस विषय पर केस स्टडी को प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति में उन्होंने यूनिवर्सिटी की स्थापना से लेकर इसकी विरासत और भविष्य के लक्ष्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।