आम बजट के खिलाफ बैंक कर्मियों ने की रोष रैली
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर यहां लीला भवन मार्केट स्थित केनरा बैंक के सामने बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों (एआईबीईए और एआईवीओए) ने प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर यहां लीला भवन मार्केट स्थित केनरा बैंक के सामने बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों (एआईबीईए और एआईवीओए) ने प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन आम बजट के दौरान वित्त मंत्री द्वारा घोषित सरकारी प्रस्तावों के खिलाफ किया। पंजाब बैंक इंप्लाइज फेडरेशन और एआईबीईए के संयुक्त सचिव एस के गौतम ने कहा कि सरकार ने घोषणा की है कि आईडीबीआइ के अलावा दो अन्य बैंकों का निजीकरण किया जाएगा। सरकार ने यह भी घोषणा की है कि डूबते ऋणों की बढ़ती समस्या से निपटने के लिए एक बैड बैंक स्थापित किया जाएगा। यह केवल नाम ही बुरा नहीं, बल्कि विचार भी बुरा है। सरकार ने एलआईसी में विनिवेश और एक जनरल बीमा कंपनी के निजीकरण की घोषणा की है, साथ ही साथ बीमा क्षेत्र में 74त्न तक के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति दी है।
एसके गौतम ने कहा कि यूनाइटिड फोरम आफ ट्रेड यूनियन आगामी नौ फरवरी को हैदराबाद में बैठक कर रहा है, जिसमें हड़तालों सहित अन्य आंदोलन के कार्यक्रमों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार जन-विरोधी, कार्पोरेट समर्थक नीतियों का अनुसरण कर रही है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को निजीकरण के बजाय मजबूत बनाने की जरूरत है। सभा को संबोधित करते हुए सचिव यादविदर गुप्ता ने कहा कि वित्त मंत्री ने यह भी घोषणा की है कि एलआइसी के शेयर निजी हाथों को बेचे जाएंगे और एलआइसी को जल्द ही संशोधित किया जाएगा। बैंक और बीमा कंपनियां लोगों के पैसे का संधान करती हैं। उन्हें निजीकृत करने का मतलब है लोगों के पैसे को निजी हितों के हवाले करना है।
पंजाब बैंक इंप्लाइज फेडरेशन के कोषाध्यक्ष संजीव पराशर ने कहा कि बैंकों में बैड लोन और एनपीए कारपोरेट डिफाल्टरों की वजह से साल दर साल बढ़ रहे हैं। रैली में मुलाजिम लीडर लवलीन सैनी, सुखबीर सिंह, देव राज, बलवीर शर्मा, हरजीत सिंह, एसएस गिल, होशियार चंद, परमजीत सिंह, मंगा राम, रज्जाक मोहम्मद सहित महासंघ के अन्य नेता उपस्थित थे।