डीसी के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे सरकारी संपत्ति पर लगे विज्ञापन
राज पारचा, पटियाला डीसी ने सरकारी संपत्ति पर विज्ञापन लगाने पर पूर्ण रोक लगा रखी है, बावज
राज पारचा, पटियाला
डीसी ने सरकारी संपत्ति पर विज्ञापन लगाने पर पूर्ण रोक लगा रखी है, बावजूद इसके कई लोग सरकार की संपत्ति से निजी कमाई कर सरकारी खजाना को हानि पहुंचा रहे हैं। डीसी रामबीर ¨सह ने अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी संपत्ति पर विज्ञापन लगाने वाले दर्जनों लोगों के चालान काटे थे और नगर निगम ने जुर्माना वसूला था। डीसी का तबादला होने के बाद इस काम को भी संबंधित विभाग ने ठंडे बस्ते में डाल दिया।
शहर की सरकारी संपत्ति पर इस समय विज्ञापनों की भरमार है। विज्ञापनों के प्रचार-प्रसार को लेकर निजी कंपनियों की होड़ लगी हुई है। इन निजी कंपनियों के विज्ञापन प्रशासनिक भवनों, सरकारी स्कूलों की दीवारों पर देखे जा सकते हैं। इसके साथ ही शहर में कई जगह पेड़ों पर भी होर्डिग्स टंगे हुए हैं। इससे निगम को राजस्व का नुकसान तो हो ही रहा है, साथ ही शहर की सुंदरता भी खराब हो रही है।
दिशासूचक बोर्ड भी नहीं छोड़े
बिना खर्च किए विज्ञापन करने वालों ने पीडब्लूडी व नगर निगम द्वारा लगाए गए दिशा सूचक बोर्ड को भी नहीं छोड़ा है। स्कूल, कॉलेज, सिविल अस्पताल, बस स्टैंड सहित अनेक स्थानों पर लगे बोर्डो पर भी पंफ्लेट्स चिपका दिए गए हैं। इसके अलावा अवैध तरीके से विज्ञापन करने वालों ने बिजली के खंभों पर भी विज्ञापन केबोर्ड लटका रखे हैं।
निगम को काम में तेजी लाने के आदेश देंगे: डीसी
डीसी कुमार अमित ने बताया कि सरकारी संपत्ति पर विज्ञापन लगाने पर पूर्ण रोक है। अगर फिर भी कोई व्यक्ति विज्ञापन लगाता तो विज्ञापनदाता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के अलावा जुर्माना भी किया जाता है। उन्होंने बताया कि निगम को इस ओर काम में तेजी लाने के आदेश दिए जाएंगे।