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ट्रेन के लिए 100 किमी. दूर से राजपुरा पहुंचे यात्री

राजपुरा (पटियाला) लॉकडाउन के बाद शुरू हुई फ्लाइंग एक्सप्रेस से दिल्ली व बिहार तक यात्रा करने वाले यात्री 50 से 100 किलोमीटर दूर से आकर ट्रेन पकड़ने के लिए राजपुरा रेलवे स्टेशन पर पहुंचे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 11:43 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 11:43 PM (IST)
ट्रेन के लिए 100 किमी. दूर से राजपुरा पहुंचे यात्री
ट्रेन के लिए 100 किमी. दूर से राजपुरा पहुंचे यात्री

प्रिस तनेजा, राजपुरा (पटियाला)

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लॉकडाउन के बाद शुरू हुई फ्लाइंग एक्सप्रेस से दिल्ली व बिहार तक यात्रा करने वाले यात्री 50 से 100 किलोमीटर दूर से आकर ट्रेन पकड़ने के लिए राजपुरा रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। थर्मल स्क्रीनिग के बाद जब कोच में पहुंचे तो कुछ यात्रियों ने इंतजामों पर संतोष जताया। यात्रियों को ट्रेन छूटने से 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना था। यात्री दो घंटे पहले ही स्टेशन पर पहुंच गए, लेकिन आरपीएफ की चौकस सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोई भी यात्री बिना स्क्रीनिग के ट्रेन तक नहीं पहुंच पाया। यात्रियों को प्लेटफार्म पर रुकने ही नहीं दिया गया। उन्हें सीधे ट्रेन में बिठाया गया। पहले दिन 18 यात्रियों ने इस ट्रेन में सफर किया। इसमें महिलाएं और बच्चे तो थे ही, बुजुर्ग यात्रियों को भी कड़ी सुरक्षा से निकलना पड़ा। कोई अपने घर लौट रहा था, तो कोई अपने परिजनों के पास जाने को उत्सुक था। कोई नौकरी की वजह से फंसा रह गया, तो कोई गाड़ी बंद होने से नहीं जा सका था।

दूरदराज से टैक्सी लेकर पहुंचे

मोहाली से राजपुरा टैक्सी करके पहुंचे राम लखन व विजय कांत ने बताया कि तीन माह से उनके चार सदस्य पंजाब में फंसे थे। बीते दिनों उन्होंने बिहार के हरदोई जाने के लिए टिकट बुक करवाई तो टिकट कंफर्म हो गई और आज वह लोग मोहाली से टैक्सी करके दो बजे राजपुरा रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए थे, जबकि उनकी ट्रेन गंगा सरयू (फ्लाइंग) एक्सप्रेस शाम सवा चार बजे निकलनी थी। वहीं, पत्नी व बच्चे के साथ दिल्ली जा रहे कमलप्रीत सिंह ने बताया कि वह ढाई महीने पहले जॉब के सिलसिले में पंजाब आए थे कि पंजाब में लॉकडाउन लग गया। फ्लाइंग मेल की टिकट कंफर्म होने से वह अपने परिवार के साथ राजपुरा से दिल्ली जा रहे हैं। संगरूर से करीब 100 किलोमीटर का सफर करके अपने साथियों सहित राजपुरा पहुंचे मनोज कुमार ने बताया कि उन्हें बरेली जाना था लेकिन ट्रेन नहीं है। सरहिद जाकर वहां से वह लोग ट्रेन पकड़ेंगे। अंबाला से रांची (बिहार) अपने परिवार के साथ जाने वाली राजपुरा की महिला किरन हंस ने बताया कि उनकी कंफर्म टिकट कैंसिल हो जाने से वह अपने पैसे स्टेशन पर वापस लेने आई थी जो उन्हें कोई भी कटौती किए बगैर मिल गए।

कुलियों व कंटीन चलाने वालों के चेहरे खिले

लॉकडाउन के बाद रेलवे स्टेशन के कुलियों व कंटीन चलाने वालों के पास कोई काम नहीं था, लेकिन जब से स्पेशल ट्रेनें चलने लगी है। इससे उन्हें भी कुछ-कुछ काम मिलने लगा है। ऐसे में वह भी संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं। कंटीन चलाने वाले व कुलियों ने बताया कि इतने से कुछ होना नहीं है, लेकिन न से तो यह अच्छा है। धीरे-धीरे काम और बढ़ने लगेगा।

क्या कहते हैं रेलवे स्टेशन अधिक्षक

स्टेशन अधिक्षक अशोक आर्य ने बताया कि राजपुरा स्टेशन पर दो ट्रेन सच्चखंड एक्सप्रेस, जो अमृतसर से नांदेड़ और गंगा यमुना (फ्लाइंग) मेल जो अमृतसर से दिल्ली के रास्ते बिहार के जयनगर तक अप-डाउन करेगी। राजपुरा से फिलहाल एक ही फ्लाइंग मेल चल रही है, जिसमें 18 यात्रियों को मास्क, सैनिटाइज व स्क्रीनिग के बाद ही ट्रेनों में बिठाया गया। अशोक आर्य ने बताया कि मंगलवार से दोनों ट्रेनें विधिवत तरीके से चलने लगेंगी। आने वाले एक सप्ताह तक फिलहाल राजपुरा में ट्रेनों में कोई भी वृद्धि होने के आसार नहीं हैं। जबकि राजपुरा से 25 किलोमीटर पहले सरहिद स्टेशन से जनशताब्दी अमृतसर से हरिद्वार, पश्चिम एक्सप्रेस अमृतसर से बांद्रा, अकाल तख्त एक्सप्रेस व फ्लाइंग मेल ट्रेन अप-डाउन के तहत रेगुलर चलेंगी। अगर किसी ने हरिद्वार जाना है तो उसे सरहिद रेलवे स्टेशन पर जाना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि रेलवे की हिदायतों के अनुसार 72 कोच वाली बोगी में 54 यात्री बिठाए जा रहे हैं। यात्रियों के लिए सैनिटाइजर, मास्क व आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना जरूरी किया गया है। रेलवे की तरफ से सभी यात्रियों को स्क्रीनिग व सैनिटाइज के बाद ही ट्रेनों में बिठाया जा रहा है।


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