बिना अवकाश चौबीस घंटे ड्यूटी पर मुस्तैद
कर्फ्यू के दौरान शहरवासियों को किसी किस्म की परेशानी न हो। इसको देखते हुए निगम के एसडीओ परमजोत सिंह चौबीस घंटे ड्यूटी पर मुस्तैद हैं।
विनोद कुमार, पठानकोट : कर्फ्यू के दौरान शहरवासियों को किसी किस्म की परेशानी न हो। इसको देखते हुए निगम के एसडीओ परमजोत सिंह चौबीस घंटे ड्यूटी पर मुस्तैद हैं। इतना ही नहीं एसडीओ परमजोत पिछले पंद्रह दिनों से एक दिन भी छुट्टी नहीं ली और न ही अपने माता-पिता के पास गए। लोगों की ओर से फोन पर जो भी शिकायत दर्ज करवाई जाती है, उसे हर हाल में उसी दिन पूरा करवाने का हर संभव प्रयास करते है। जरूरत पड़ने पर वह खुद भी कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच रहे हैं। समस्या का समाधान होने के बाद वह उक्त व्यक्ति को फोन करके स्थिति से अवगत भी करवा रहे हैं। डीसी कम निगम कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा की ओर से उन्हें शहर की सीवरेज, वाटर सप्लाई व शहर के मुख्य चौकों में लोगों के हाथ धोने के लिए लगाए गए वाश बेसन की जिम्मेवारी दी गई है। एसडीओ परमजीत सिंह का कहना है कि संकट की इस घड़ी में जिसे भी जो जिम्मेवारी मिली है उसे पूरा करके देशहित में अपना योगदान दे ताकि कोरोना जैसी महामारी को देश से बाहर का रास्ता दिखाया जा सके। एसडीओ परमजोत सिंह का कहना है कि बीती 17 मार्च को देश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी विभागों को अलर्ट कर दिया था। इसके बाद 18 मार्च को डीसी कम निगम कमिश्नर की ओर से उनकी शहर के मुख्य चौकों में वाश बेसन लगाने के साथ-साथ वहां पर साबुन का विशेष प्रबंध करने की ड्यूटी लगाई गई थी। आदेश जारी होने के बाद रातो-रात शहर के पांच विभिन्न चौकों में वाश बेसन लगाने के इलावा पानी की विशेष टंकियां व साबुन की व्यवस्था की गई। इसके बाद चार और अन्य चौकों में भी वाश बेसन स्थापित किए गए। इसके बाद निगम कमिश्नर ने उनकी शहर में सीवरेज व्यवस्था के साथ-साथ वार्डों में लोगों को मास्क व सैनिटाइजर से हाथ साफ करवाने का जिम्मा सौंपा गया। अब उन्हें शहर में पानी की सप्लाई को हर हाल में यकीनी बनाने की जिम्मेवारी सौंपी गई हैं, जिसे वह कर्मचारियों के साथ सहयोग से पूरा कर रहे हैं।
एसडीओ परमजोत सिंह ने बताया कि 17 मार्च के बाद वह लगातार चौबीस घटे ड्यूटी पर मुस्तैद हैं। उनके हेल्पलाइन नंबर पर लोग सुबह-शाम फोन करके समस्या बताते हैं, जिसे वह संबंधित विभाग के कर्मचारियों को अवगत करवाकर उसका समाधान करवाते हैं। जरूरत पड़ने पर वह खुद भी मौके पर पहुंच समस्या का समाधान करवाते हैं, ताकि शहरवासियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। परमजोत सिंह का कहना है कि शहर के लोग भी उनके परिवार सदस्य हैं। अगर उन्हें कोई परेशानी होती है तो उसका हल करवाना उनका पहला फर्ज बनता है जिसे वह हर हाल में पूरा करवाएंगे।