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नवीनी करण के चलते रेहड़ी मार्केट के एंट्री प्वाइंट तक पहुंच गए सब्जी व फल विक्रेता, बूथ नहीं लगा रहे रेहड़ी

मार्केट आधे से ज्यादा जगह पर नवीनीकरण का काम चल रहा है जिस कारण यहां रेहड़ी लगा रहे हैं। हालांकि इस वजह से खरीदारी तो दूर अंदर प्रवेश करना भी मुश्किल होता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 07:55 AM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 07:55 AM (IST)
नवीनी करण के चलते रेहड़ी मार्केट के एंट्री प्वाइंट तक पहुंच गए सब्जी व फल विक्रेता, बूथ नहीं लगा रहे रेहड़ी
नवीनी करण के चलते रेहड़ी मार्केट के एंट्री प्वाइंट तक पहुंच गए सब्जी व फल विक्रेता, बूथ नहीं लगा रहे रेहड़ी

जागरण संवाददाता, पठानकोट: गांधी चौक स्थित रेहड़ी मार्केट में प्रवेश करना तक मुश्किल है। कारण यह है कि देखा-देखी रेहड़ी चालकों ने मार्केट के एंट्री प्वाइंट पर रेहड़ियां लगा दी हैं। उनका कहना है कि मार्केट आधे से ज्यादा जगह पर नवीनीकरण का काम चल रहा है, जिस कारण यहां रेहड़ी लगा रहे हैं। हालांकि इस वजह से खरीदारी तो दूर अंदर प्रवेश करना भी मुश्किल होता जा रहा है। यूनियन पदाधिकारी मसले को लेकर कई बार उन्हें योजनाबद्ध तरीके से रेहड़ियां लगाने की बात कह चुके हैं, जिसके बाद एक-दो दिन तो माहौल ठीक रहता है और फिर दोबारा स्थिति वही बन जाती है। ऐसा भी नहीं है कि समस्या निगम अधिकारियों के ध्यान में न हो। सब कुछ जानते हुए भी वह अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई करने से गुरेज कर रहे हैं। यहां न तो खरीददारी करने वाला अपना वाहन पार्क कर सकता है और यहां तक शौचालय जाने के लिए भी उसे रेहड़ियों के बीचो-बीच से गुजरना पड़ता है।

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रेहड़ी मार्केट के प्रधान शशि पाल व महासचिव सुभाष चंद्र ने कहा कि छह महीने पहले मार्केट के नवीनीकरण का काम शुरू हुआ था, जिसके बाद पीछे वाले आगे आ गए और फिर आगे वाले ओर आगे बढ़ गए। स्थिति यह हो गई है कि गेट के एंट्रेस प्वाइंट से ही निकलना मुश्किल हो गया है। निगम को चाहिए कि वह इस और ध्यान दें ओर सभी को योजनाबद्ध तरीके से रेहड़ियां लगवाएं ताकि लोगों को आने-जाने में परेशानियां पेश न आए। लाटरी सिस्टम के जरिए अलाट हुए थे बूथ

शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लगने वाली रेहड़ियों को 2008 में पुराने सिविल अस्पताल (गांधी चौक स्थित रेहड़ी मार्केट) में सभी रेहड़ियों को इकट्ठा कर इसे रेहड़ी मार्केट का नाम दिया था। लाटरी सिस्टम के मुताबिक जिस रेहड़ी धारक को जो नंबर अलाट हुआ था, उस पर रेहड़ी चालक रेहड़ी लगा रहे थे। लेकिन, अब इसके नवीनीकरण का काम शुरू होने के बाद से एक-दूसरे को देख कर रेहड़ी चालक आगे से आगे बढ़ना शुरु हो गए हैं और मार्केट के एंट्री प्वाइंट तक पहुंच गए हैं।

146 में से 126 बूथ पर बैठे हैं रेहड़ी चालक

निगम प्रशासन द्वारा पुराने सिविल अस्पताल (अब रेहड़ी मार्केट) में कुल 146 बूथ बनाए गए हैं, लेकिन उसमें केवल 126 पर रेहड़ी लगाई जा रही है। शेष 20 बूथ अभी भी रिक्त हैं। वर्तमान में निगम द्वारा अलाट किए गए रेहड़ी चालकों में से 106 फ्रुट व सब्जी के हैं जबकि, 20 कपड़ा व मनियारी के लगे हैं।

क्यों हो रहा है अतिक्रमण?

रेहड़ी मार्केट के नवीनीकरण का काम चल रहा है। ऐसे में रेहड़ी चालकों की जगह बदल गई है। एक रेहड़ी चालक ने प्रथम लाइन में रेहड़ी लगाई तो दूसरे ने उससे आगे लगा दी। देखते-देखते मेन गेट तक रेहड़ी चालकों ने रेहड़ी लगाना शुरु कर दी है जिस कारण लोगों को मार्केट में जाना तक मुश्किल हो गया है। एक-दो दिन में टीम के साथ मौके पर जाएंगे: इंस्पेक्टर

रेंट ब्रांच के इंस्पेक्टर मंदीप सिंह डिपी ने कहा कि इस बात की जानकारी ध्यान में नहीं थी अब आ गई है। एक-दो दिन वह टीम के साथ मौके पर जाएंगे और सभी रेहड़ियों को लाइन में लगवाकर रास्ता क्लीयर करवाएंगे।


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