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नाटक से समझाया चरित्र निर्माण का महत्व

संदीपनी गुरुकुल के बाल विभाग में चरित्र निर्माण पर नाटक का प्रदर्शन हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Dec 2019 03:23 PM (IST)Updated: Sat, 21 Dec 2019 03:23 PM (IST)
नाटक से समझाया चरित्र निर्माण का महत्व
नाटक से समझाया चरित्र निर्माण का महत्व

संवाद सहयोगी, पठानकोट: संदीपनी गुरुकुल के बाल विभाग में चरित्र निर्माण पर नाटक का प्रदर्शन हुआ। अध्यापिका रंजना की अध्यक्षता में बच्चों ने चरित्र निर्माण की प्रेरणा दी। बताया कि

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मानव स्वभाव में भावना का सबसे अधिक महत्व है। मनुष्य का निर्माण बाल अवस्था से ही शुरू होता है। भावना से ही संस्कार बनते हैं। इसी विषय की गंभीरता को समझते हुए गुरुकुल में इस नाटक का आयोजन हुआ। इसमें प्रथम कक्षा के छात्र नादिया, शाहबाज, आरुष, प्रणव आदि ने विभिन्न भावनाओं को दर्शाया। स्कूल प्रबंधन का कहना है की गुरुकुल में संस्कारों की पवित्रता को सबसे अधिक महत्व दिया जाता है, ताकि एक सभ्य समाज का निर्माण किया जा सके।


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