सांप काटे तो अस्पताल में नहीं मिलेंगे इंजेक्शन
सीमावर्ती क्षेत्र में सांप के काटने पर लोगों को उपचार नहीं मिलेगा। क्योंकि नरोट जैमल सिंह के एकमात्र सरकारी अस्पताल में एंटी स्नेक बीम इंजेक्शन नहीं हैं।
संवाद सहयोगी, बमियाल : बरसात का मौसम शुरू होने वाला है। इस दौरान सांप के काटने के मामले बहुत बढ़ जाते हैं। वहीं, सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों के लिए नजदीक में उपचार नहीं मिलेगा। नरोट जैमल सिंह के एकमात्र सरकारी अस्पताल में एंटी स्नेक बीम इंजेक्शन नहीं हैं। सांप के काटने पर इस क्षेत्र के लोगों को मरीज जिला अस्पताल पहुंचाना पड़ता है या फिर मजबूरी में लोग झाड़-फूंक वालों से उपचार करवाने लगते हैँ। इससे वे मरीज की जान को जोखिम में डालने को मजूबर होते हैं। इस समय भी अस्पताल में इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है। पिछले कुछ समय से सांप के काटने के कारण आधा दर्जन मौतें हो चुकी है। रावी और उज्ज दरिया समेत करीब आधा दर्जन नालों के आसपास जहरीले सांप होते हैं, जो सड़कों पर खेतों में और लोगों के घरों तक पहुंच जाते हैं।
सांप के काटने की स्थिति में लोग कठुआ जिला के सरकारी अस्पताल में उपचार करवाते रहे हैं। इस बार बरसात का मौसम नजदीक आ रहा है, परंतु कोरोना वायरस के कारण पंजाब के लोगों को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा। ऐसे में सरकारी अस्पताल में ग्रामीणों ने वैक्सीन मुहैया करवाने की मांग उठाई है। राम सिंह, करतार सिंह, गुरसेवक सिंह, प्रभजोत सिंह ने जिला प्रशासन और सरकार से मांग करते हुए कहा कि बरसात से पहले दवा मुहैया कर लोगों को राहत दी जाए।
वहीं, अस्पताल के सीनियर मेडिकल अधिकारी डॉ रविकांत ने कहा कि पिछले समय से सांप के काटने की दवा नहीं है। महंगी होने के कारण यह दवा ग्रामीण स्तर पर नहीं पहुंच पाती।