कोरोना योद्धा
गांव नौशहरा डिस्पेंसरी में कार्यरत शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्पणा गोयल कोरोना काल में फ्रंट पर रहकर सेवाएं दे रही हैं।
संवाद सहयोगी, घरोटा : गांव नौशहरा डिस्पेंसरी में कार्यरत शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्पणा गोयल कोरोना काल में फ्रंट पर रहकर सेवाएं दे रही हैं। इसके साथ ही वह गांवों में कैंपों का आयोजन और सैंपलिग के लिए जागरूक कर रही हैं। बीते कई माह से वह ग्रामीण इलाकों में महामारी से बचाव के काम में जुटी है। इसके साथ ही नियमित स्वास्थ्य सेवाएं भी उनके काम का हिस्सा है। वह इस समय परिवार की बजाय ड्यूटी को प्राथमिकता दे रही है, जिससे कि संक्रमण से अधिक से अधिक लोगों को बचाया जा सके। डॉ. गोयल का कहना है कि उनकी प्राथमिकता विभागीय सेवाएं को जन जन तक पहुंचाने के अतिरिक्त क्षेत्र के गांवों को कोरोना मुक्त करना है। 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को बिना किसी देरी सैंपलिग करवानी चाहिए। क्षेत्र के लोग, संस्थाएं, समाजसेवी और युवा आगे आकर लोगों को जागरूक करे। डॉ. गोयल ने लोगों को अपील कि वह किसी प्रकार के लक्षण दिखने पर बिना किसी देरी के सेहत केन्द्र में सैंपलिग करवाएं। सैंपलिग को लेकर किसी प्रकार को लेकर शंका मन में न रखें और अपनी जांच जरूर करवाएं। उन्होंने लोगों को आह्वान किया कि वह शारीरिक दूरी बनाए रखें तथा घर से बाहर निकलने से परहेज करे। जब भी बाहर निकले मास्क पहन कर निकले। सेहत कर्मियों का काम तभी सफल होगा जब लोग भी इसमें अपना पूर्ण सहयोग करें।