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दाना मंडियों में अव्यवस्था, तैयारियां अधूरी

गेहूं की फसल जल्द पकने वाली है और मंडियों में अनाज आना शुरू हो जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 11:23 PM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 06:30 AM (IST)
दाना मंडियों में अव्यवस्था, तैयारियां अधूरी
दाना मंडियों में अव्यवस्था, तैयारियां अधूरी

संस, पठानकोट : गेहूं की फसल जल्द पकने वाली है और मंडियों में अनाज आना शुरू हो जाएगा। दूसरी ओर पठानकोट की मंडियों में तैयारियां अधूरी हैं। जबकि एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो चुकी है, लेकिन किसानों के आने का इंतजार है। अभी गेहूं की फसल पकी नहीं है, जिस कारण इसके आने में अभी कम से कम 10 से 15 दिनों का समय और लगेगा। तमाम दावों के बावजूद अभी तक भी मंडियों में प्रबंध नाकाफी हैं। पठानकोट दाना मंडी में बने 26 हजार स्कवेयर फुट के शेड पर अभी भी फलों व अन्य आढ़तियों का कब्जा है। वहीं, सफाई व्यवस्था की बात करें तो मंडी में शेड के आसपास गंदगी की भरमार है, इसे देखकर ऐसा लगता है जैसे कई दिनों से यहां सफाई ही न की गई हो। यहीं नहीं जिले के अधीन दाना मंडी नरंगपुर, फिरोजपुर, भोआ, घो, सरना, कानवां, मलिकपुर, नंगलभूर में तो किसानों की गेहूं को बारिश से बचाने के लिए कोई भी पक्का शेड तक नहीं है। ऐसे में किसानों व आढ़तियों को तिरपाल से ही काम चलाना पड़ेगा। पठानकोट को छोड़कर अन्य दाना मंडी कच्ची होने के चलते इसके आसपास जंगली घास व झाड़ियां उगी हुई हैं। इस बार किसानों की गेहूं की फसल 1840 रूपए प्रति क्विटल के हिसाब से खरीदी जाएगी यानी पीछे वर्ष की तुलना में इस बार किसानी की गेहूं खरीद में 105 रूपए प्रति क्विटल के हिसाब से बढ़ोतरी की गई है।

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43750 हेक्टेयर में लगी है गेहूं की फसल

जिला पठानकोट में कुल 43750 हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की फसल लगी हुई है। अगर मौसम ने साथ दिया और बारिश नहीं हुई तो किसान जल्द ही इसकी कटाई शुरू कर देंगे। इसके बाद गेहूं की बिक्री के लिए किसान मंडियों में आना शुरू हो जाएंगे।

नहीं पहुंचा कोई आढ़ती और खरीद एजेंसी-

अभी तक गेहूं की फसल अच्छे से नहीं पकी है इसके चलते खेतों में गेहूं की कटाई शुरू नहीं हो पाई है और न ही किसान गेहूं लेकर दाना मंडी में आ रहे हैं। खेतों में लगी गेहूं की फसल को पकने में अभी कम से कम 10 से 15 दिन समय और लगेगा।

चार एजेंसियां करेंगी गेहूं की खरीद

इस बार जिले की 9 मंडियों में चार एजेंसियां किसानों के गेहूं की खरीद करने के लिए पहुंचेगी। पठानकोट दाना मंडी में मार्कफेड, नरंगपुर दाना मंडी में मार्कफेड व पंसअप, फिरोजपुर दाना मंडी में पनग्रेन व मार्कफेड, भोआ दाना मंडी में पनग्रेन, घो दाना मंडी में पनग्रेन, सरना दाना मंडी में एफसीआई व पनग्रेन, कानवां में एफसीआई, नंगलभूर दाना मंडी में मार्कफेड एजेंसियां गेहूं की खरीद करने पहुंचेगी। मलिकपुर मंडी में बीते तीन वर्षों से कोई भी किसान गेहूं व धान की बिक्री के लिए नहीं पहुंच रहा इसलिए इस बार भी मलिकपुर मंडी में कोई भी आढ़ती और खरीद एजेंसी गेहूं की खरीद करने नहीं पहुंची है।

गेहूं का खरीद मूल्य बढ़ाने की मांग

किसान गुरपाल सिंह, अशोक सिंह, ओंकार सिंह, राजीव बताया कि सरकार ने गेहूं का मूल्य कम निर्धारित किया है जिससे उनको काफी नुकसान भरना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बाजार में गेहूं का लोकल आटा 28 से 30 रूपए किलो बिक रहा है और ब्रांडेड कंपनियों का गेहूं आटा 32 से 35 रूपए प्रति किलो बिक रहा है। इस हिसाब से देखा जाए तो किसानों के गेहूं का मूल्य आधा मिल रहा है। इसलिए किसानों के गेहूं को कम से कम 2000 से 2200 रूपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा जाना चाहिए ताकि उन्हें नुकसान न हो।

तैयारियों में जुटी मार्केट कमेटी-

सचिव, मार्केट कमेटी के सचिव बलवीर सिंह बाजवा का कहना है कि अभी तक दाना मंडियों में गेहूं आना शुरू नहीं हुआ है फिर भी उनकी तरफ से तैयारियां की जा रही है। मंडियों में बिजली मीटर लगाने के लिए सिक्योरिटी जमा करवा दी गई है। किसानों के लिए पीने के पानी सहित शौचालय की व्यवस्था के लिए भी कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है।


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