नशा तस्करों की लिस्ट तैयार करने में जुटी पुलिस
हिमाचल प्रदेश के भदरोया और छन्नी बेली से जिले के विभिन्न एरिया में हो रही नशे की सप्लाई को रोकने के लिए जल्द ही पुलिस अभियान चलाएगी।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : हिमाचल प्रदेश के भदरोया और छन्नी बेली से जिले के विभिन्न एरिया में हो रही नशे की सप्लाई को रोकने के लिए जल्द ही पुलिस अभियान चलाएगी। इसके लिए नशा तस्करों की सूची तैयार कर रही है। पांच दिन पहले जिला व्यापार मंडल ने इस मसले को उठाया था।
20 के करीब है नशा तस्कर
पुलिस की लिस्ट में करीब 20 नशा तस्कर हैं। बताया जा रहा है कि इन नशा तस्करों की ओर से सैली कुलियां, भदरोया, डमटाल व पठानकोट एरिया के साथ-साथ पंजाब के अन्य जगहों पर भी नशा की तस्करी चोरी छिपे की जाती है। इन तस्करों के लिए सबसे अधिक लाभ राज्यों की सीमाएं हैं। वह नशा की तस्करी करने के बाद सीमा क्रास कर जाते हैं। इससे पहले भी पंजाब-हिमाचल प्रदेश पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया था, परंतु इसमें बड़े स्तर पर सफलता नहीं मिली। जब भी पुलिस इनके घरों व ठिकानों पर रेड करती है तो तस्करों को पूर्व में सूचना मिलते ही वह पहले ही घरों से फरार हो जाते हैं।
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नौ माह में दर्ज किये गए मामले
मामले दर्ज- 43
आरोपित काबू-72
हेरोइन पकड़ी- 244 ग्राम
चूरा पोस्त-284 किलोग्राम
चरस- 1 किलो, 575 ग्राम
चिट्टा-20 ग्राम
कैप्सूल,गोलियां नशीली- 42387
नशीली बोतल-2163
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नशे की चेन तोड़ने के लिए वर्कआउट शुरू एसएसपी गुलनीत खुराना ने कहा कि पुलिस ने नशे की चेन को तोड़ने के लिए वर्कआउट शुरू कर दिया है। तस्करों की लिस्ट तैयार की जा रही है। पुलिस का एकमात्र लक्ष्य नशे की गिरफ्त में आ चुके युवाओं का इलाज तथा अन्य युवा वर्ग को नशे से दूर रखना है। तस्करों की ओर से अब नशे की सप्लाई के लिये नई तकनीक अपनाई जा रही है। ऐसे में पुलिस ने अब इन्हें काबू करने के लिये भी पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश ने संयुक्त रूप से प्लान तैयार किया हैं।
कारोबारियों के बच्चे भी बन रहे निशाना
जिला व्यापार मंडल ने पिछले दिनों एसएसपी गुलनीत खुराना से मिलकर शहर में लगातार बढ़ रहे नशे के मामलों पर चिता जताई थी। जिला प्रधान इंद्रजीत गुप्ता ने कहा कि यह व्यापारियों का शहर है। परंतु नशा तस्करों की ओर से अब शहर के सभ्रांत परिवारों व कारोबारियों के बच्चों को अपने निशाने पर रखना शुरू कर दिया है। इसके लिए हिमाचल प्रदेश के छन्नी बेली, भदरोया के एरिया व पठानकोट के बीच बहता चक्की दरिया तस्करों के लिए बेहद लाभप्रद हो रहा है। दरिया में पानी कम है व तस्कर रात के अंधेरे या दिन में किसी भी समय आसानी से इसे पार कर युवाओं तक नशा की सप्लाई पहुंचा देते हैं। इन अधिकतर रास्तों पर पुलिस की पूरी तरह से चौकसी नहीं रहती जिस कारण पूर्व समय में चिट्टे के सेवन से पहले भी कई मौतें हो चुकी हैं।