सिविल में अल्ट्रासाउंड न होने से मरीज परेशान
सिविल अस्पताल में सोमवार को अल्ट्रासाउंड करवाने आए मरीजों काफी परेशानी झेलनी पड़ी।
संवाद सहयोगी,पठानकोट
सिविल अस्पताल में सोमवार को अल्ट्रासाउंड करवाने आए मरीजों काफी परेशानी झेलनी पड़ी। कई मरीज अपना अल्ट्रासाउंड करवाने में सफल हुए जबकि अधिकतर बिना अल्ट्रासाउंड करवाए वापिस घरों व प्राईवेट सेंटर को लौटे। परेशान मरीजों व उनके सहयोगियों ने बताया कि वह सुबह 9 बजे से सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाने पहुंचे थे, लेकिन पहले 11 बजे तक अल्ट्रासाउंड होने शुरू नहीं हुआ। इसके बाद अल्ट्रासाउंड होने शुरू हुए तो स्टाफ बार-बार कमरे से उठकर बाहर जाता रहा। जिसके चलते सुबह से दोपहर तक अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए उन्हें खासी परेशानियां झेलनी पड़ी है। मरीजों की शिकायत थी कि यहां के स्टाफ ने उन्हें सीधे तौर पर यह भी कहा कि उनका अब अल्ट्रासाउंड नही हो सकता वह बाहर के किसी अल्ट्रासाउंड सेंटर से अपना अल्ट्रासाउंड करवा लें। इनमें एक पीड़ित कथलौर से आए परिवार वालों ने बताया कि बेटे 10 वर्षीय सोनू के पेट में काफी दर्द था। वह सवेरे 30 किलोमीटर दूर कथलौर से सिविल अस्पताल में डाक्टर से चेकअप करवाने आए। डाक्टरों ने सोनू के पेट का अल्ट्रासाउंड करने को लिख दिया। वह अल्ट्रासाउंड करवाने आए तो स्टाफ नहीं मिला और काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। बाद में स्टाफ ने उन्हें अगले दिन आने या फिर बाहर प्राईवेट सेंटर से चेकअप करवाने को कहा है। बेटे की गंभीर हालत को देखते हुए वह मजबूरन प्राईवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर को जा रहे हैं। सिविल में
अल्ट्रासाउंड करवाने आए लोगों ने सेहत विभाग से मांग रखी है कि यहां अल्ट्रासाउंड के लिए परेशान हो रहे मरीजों की ओर विशेष ध्यान दिया जाए। वहीं स्टाफ को अपनी डयूटी पूरा टाइम निभानी चाहिए, ताकि लोगों को परेशानी न आए।
अस्पताल के अल्ट्रासाउंड सेंटर स्टाफ ने कहा कि बार-बार लाइट जाने से समस्या आ रही थी। जिससे मशीन बंद होने से बार-बार चलाना पड़ रहा था। बावजूद इसके अधिकतर मरीजों के अल्ट्रासाउंड किए गए हैं। उधर,सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर भूपिन्द्र ¨सह ने भी बार-बार लाई जाने से मरीजों को आई परेशानी की बात कही।