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सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स के खिलाफ प्रदर्शन, नारेबाजी

सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में नाइट ड्यूटी स्टाफ नर्स के खिलाफ शुक्रवार की सुबह शिव सेना समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Jun 2018 11:02 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jun 2018 11:02 PM (IST)
सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स के खिलाफ प्रदर्शन, नारेबाजी
सिविल अस्पताल की स्टाफ नर्स के खिलाफ प्रदर्शन, नारेबाजी

संवाद सहयोगी,पठानकोट

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सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में नाइट ड्यूटी स्टाफ नर्स के खिलाफ शुक्रवार की सुबह शिव सेना समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। पार्टी के उत्तर भारत सीनियर उपप्रमुख राजिन्द्र कुमार के नेतृत्व में करीब आधा घंटा तक चले रोष प्रदर्शन के बाद स्टाफ नर्स के तबादले एवं उसके खिलाफ कार्यवाई का लिखित मांग पत्र सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. भूपिन्द्र ¨सह को सौंपा गया। जिसमें मरीजों के उपचार में स्टाफ नर्स की अनदेखी का आरोप लगाया गया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि सिविल की इमरजेंसी में नाइट ड्यूटी में तैनात स्टाफ नर्स की अनदेखी के कारण मरीज परेशान दिखे। उन्होंने स्टाफ नर्स पर आरोप लगाया कि मामला तब और अधिक गंभीर बना जब 14 नम्बर बैड में भर्ती मरीज को ड्रिप नहीं लगाया गया। पीड़ित के परिजनों ने नर्स को उपचार के लिए कई बार कहा ,परन्तु उसने एक न सुनी। जिसके चलते ड्रिप की पाईप में मरीज का ब्लड आ गया था। शिवसेना समाजवादी पार्टी नेता रजिन्द्र कुमार ने बताया कि जब मरीज के परिजनों की नर्स ने कोई सुनवाई नही की तो वह मौके पर मरीज की मदद के लिए पहुंचे। ऐसे में उन्होंने भी नर्स से मरीज के उपचार का निवेदन किया। बावजूद इसके नर्स ने उपचार शुरू नही किया। इस बात की सूचना जब उन्होंने अस्पताल के एसएमओ को दी तो बाद में पीड़ित का किसी अन्य नर्स ने उपचार शुरू किया। इसी बात को लेकर आज उन्हें रोष प्रदर्शन करने की जरूरत पड़ी। उनकी मांग है कि मरीजों के उपचार में अनदेखी करने वाली ऐसी नर्स सिविल में तैनात नही रहनी चाहिए। इस नर्स के तबादले एवं कार्यवाई के लिए एसएमओ डाक्टर भूपिन्द्र ¨सह को मांग पत्र सौंपा गया है। उधर,जब सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ. भूपिन्द्र ¨सह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त मामले को लेकर सिविल अस्पताल प्रबंधन ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। यदि स्टाफ नर्स दोषी पाई गई तो उसके खिलाफ अस्पताल प्रबंधन कार्यवाई करेगा।


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