लोगों का सयंम टूटा, बैंकों के बाहर बनाई लापरवाही की चेन
कोरोना वायरस को लेकर देश भर में कर्फ्यू लगा हुआ है।
जागरण टीम, पठानकोट : कोरोना वायरस को लेकर देश भर में कर्फ्यू लगा हुआ है। ऐसे में लोगों को सुरक्षित रहने के लिए लगातार जिला प्रशासन की ओर से अपने घरों में ही रहने के दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं ताकि इस महामारी को नियंत्रित किया जा सके। परंतु पिछले आठ दिनों से कर्फ्यू के कारण अधिकतर लोगों के लिए अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए आर्थिक रूप से पैसे की कमी आ गई है। ऐसे में सरकार की ओर से आज जैसे ही जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों पर दो दिन के लिए बैंक खुले तो बैंकों के बाहर हुजूम एकत्र हो गया। एटीएम व बैंक की शाखाओं के बाहर हालांकि पुलिस भी तैनात थी परंतु पैसे की निकासी के लिए घरों से बाहर निकली इस भीड़ को संभावना मुश्किल हो गया।
पुलिस कर्मचारी लोगों को लाइनों तथा फिजिकल डिसटेंस के लिए लगातार अपील करते रहे जिसकी लोगों की ओर से कताई भी परवाह नहीं की गई। वहीं दूसरी ओर पिछले आठ दिनों से जिला भर में कर्फ्यू के दौरान चल रही इस सख्ती के बाद पहले दिन लोगों की चहल-पहल बाजारों में अधिक दिखी। यदि आगामी दिनों में भी यही हाल रहा तो प्रशासन के लिए व्यवस्था को संभालना मुश्किल हो जाएगा। ये स्थित हो सकती है घातक
सोमवार की सुबह जिला पठानकोट के अधीन खुले बैंकों के बाहर की स्थिति बेहद घातक थी। जैसे ही बैंक खुले तो कुछेक बैंकों को छोड़ कर अन्य किसी भी ब्रांच के बाहर न तो पैसे के लेन-देन के लिए आए लोगों के बीच कोई फिजिकल डिस्टेंस थी व न ही अधिकतर लोगों की ओर से मास्क पहने गए थे। जहां तक की बैंकों के बाहर तैनात पुलिस कर्मचारी भी एक तरफ आराम से खड़ा होकर दूर से ही उन्हें दिशा-निर्देश जारी कर रहे थे। ऐसे में यदि आगामी दिनों में भी बैंकों के बाहर ऐसी ही स्थिति रही तो स्थिति विकट हो सकती है। जिला प्रशासन को इस ओर खास तौर पर ध्यान देने की जरूरत है।