नगर निगम कार्यालय में व्हीलचेयर, रैंप और लिफ्ट की सुविधा नहीं
पठानकोट नगर निगम कार्यालय में न रैंप है न लिफ्ट की सुविधा।
विनोद कुमार, पठानकोट : पठानकोट नगर निगम कार्यालय में न रैंप है न लिफ्ट की सुविधा। पहली मंजिल तक जाने के लिए सकुशल इंसान तो सीढि़यां चढ़ लेता है लेकिन बुजुर्ग, बीमार और दिव्यांग को मशक्कत करनी पड़ती है। निगम कार्यालय में प्रतिदिन 200 से 250 लोग कार्य करवाने के लिए आते हैं जिसमें 20 से 25 बुजुर्ग और दिव्यांग भी आते हैं। लेकिन, हैरानी इस बात की है कि निगम प्रशासन की ओर से अभी तक वहां न तो रैंप की कोई व्यवस्था की है और न ही वहां पर व्हील चेयर है।
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हर काम ग्राउंड फ्लोर पर हो
शहर के वार्ड नंबर 46 के बुजुर्ग बचन सिंह ने कहा कि निगम के आधे से ज्यादा अधिकारियों व कर्मचारियों के कार्यालय पहली मंजिल पर हैं जिससे बुजुर्गों एवं दिव्यांगों के लिए तो भारी परेशानी हो जाती है। अधिकारियों के पास पहुंचना ही बुजुर्गो के लिए एक चुनौती होता है। सीढि़यां चढ़ते फूल जाती है सांस
निगम कार्यालय में काम करवाने आए 75 वर्षीय बुजुर्ग राम प्रसाद ने कहा कि ग्राउंड फ्लोर पर तो जैसे-तैसे काम हो जाता है लेकिन किसी काम के लिए पहली मंजिल पर जाना पड़ जाए तो उनकी सांस फूल जाती है। उन्होंने कहा कि निगम कार्यालय में लगभग प्रत्येक शहरवासी को किसी न किसी काम के लिए आना है परंतु वहां पर व्हील चेयर न होने के कारण बुजुर्गो और दिव्यांगों को भारी परेशानी होती है।
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नगर निगम बना पठानकोट : 2015
कार्यालय में प्रतिदिन आते है लोग : 250
बुजुर्ग : 40
दिव्यांग : 10
लिफ्ट : नहीं
रैंप : नहीं
व्हीलचेयर : नहीं
व्हीलचेयर की जरूरत : तीन
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निगम कार्यालय में मंजिलें : एक, ज्यादातर अधिकारी ग्राउंड फ्लोर पर बैठते हैं लेकिन, इंजीनियरिग व हेल्थ विभाग पहली मंजिल पर है।
--------------- कार्यालय में व्हील चेयर न होने के कारण पेश आ रही परेशानियों को देखते हुए बहुत जल्द व्हील चेयर का प्रबंध किया जाएगा। इतना ही नहीं बाहर से आने वाले बुजुर्गों एवं दिव्यांग इसका सही से इस्तेमाल करे इसके लिए बाकायदा डिस्पले भी करवाई जाएगी।
अजय सूद, एडिशनल कमिश्नर, नगर निगम, पठानकोट