एनआइए का दावा- जनियाल-बमियाल- कोलिया रूट से आए आतंकी, दो BSF अफसर बदले
एनआइए ने को कहा है कि पठानकोट के एयरफोर्स स्टेशन पर हमला करने वाल आतंकी पाकिस्तान से ही आए थे। एयरफाेर्स स्टेशन तक गांव जनियाल, बमियाल और कोलियां के रास्ते पहुंचे थे। इस खुलासे के बाद बीएसएफ के दो अफसरों का बतादला कर दिया गया है।
पठानकोट, [श्याम लाल]। एनआइए ने कहा है कि आतंकी गांव जनियाल, बमियाल और कोलियां के रास्ते एयरफाेर्स स्टेशन में दाखिल हुए थे। नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने पहली बार यह स्पष्ट तौर पर कहा कि 2 जनवरी की सुबह पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से भारत में प्रविष्ट हुए थे।
खुलासे के बाद बीएसएफ के दो अफसराें का तबादला
दूसरी आेर, एनआइए के इस खुलासे के बाद इन क्षेत्रों से जुड़े अफसरों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। शुक्रवार को गुरदासपुर के बीएसएफ के डीआईजी एनके मिश्रा अौर माधोपुर के कमांडेंट एसएस दबास का तबादला कर दिया गया। डीआईजी एके मिश्रा की जगह पर ए श्रीनिवासन अौर कमाडेंट एसएस दबास की जगह इंदर प्रकाश भाटिया को नियुक्त किया गया है।
पाकिस्तान से इस रास्ते घुसे आतंकी
एनआइए ने को कहा है कि पठानकोट में आतंकवादी बार्डर से गांव जनियाल, बमियाल व कोलियां से होते हुए एयरफोर्स बेस मे दाखिल हुए। एनआइए ने कहा कि इन अातंकवादियों ने जहां इस रूट पर गाडिय़ां छीनीं वहीं एक ड्राइवर की हत्या भी कर दी। जांच एजेंसी ने इलाके के लोगों से अपील की कि उन्हें अगर इस आतंकी घुसपैठ के कहीं भी कोई भी सबूत मिले व दिखे तो वह तुरंत जांच टीम को इससे अवगत करवाएं।
आतंकियों के कौन से सबूत इलाके में हो सकते हैं, इस बारे में जनता से अपील करते हुए एनआइए ने कहा कि 30 व 31 दिसंबर के दिन किसी रोड अथवा खेतों में आतंकियों की मूवमेंट के दौरान उनके बूट, चप्पल, बैग आदि मिल सकते हैं। इस सामग्री की जानकारी देने के लिए एनआइए ने अपने तीन नंबर जारी किए हैं। ये तीनों नंबर -84273 91279, 84273 91295 व 0186 2340913 हैं।
---------------
एनआइए ने ली आतंकियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट
पठानकोट के सिविल अस्पताल पहुंचे एनआइए के अधिकारी।
एनआइए ने वीरवार को सिविल अस्पताल पहुंच कर सेना की ओर से ढेर किए गए पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले चारों आतंकियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट हासिल की। एनआइए ने एसएमओ से पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर चर्चा भी की। इसमें सामने आया कि सभी आतंकी गोली लगने से ही मारे गए। एनआइए टीम एक बजे सिविल अस्पताल पहुंची और एक घंटा यहां रही।
अभी अस्पताल में ही रहेंगे आतंकियों के शव
एनआइए टीम ने सिविल अस्पताल प्रशासन से सवाल किया कि उन्हें आतंकवादियों के शव रखने में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है। सिविल अस्पताल प्रशासन ने अपना पक्ष रखा तो टीम ने उन्होंने बताया कि जब तक भारत सरकार का कोई निर्देश नहीं आता है, शव सिविल अस्पताल में ही रहेंगे।
गोली लगने से घायल युवक का होगा सीटी स्कैन
अस्पताल में भर्ती घायल संदिग्ध युवक
सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती संदिग्ध युवक राजकुमार का अब सीटी स्कैन होगा। अस्पताल प्रशासन ने संदिग्ध युवक का सीटी स्कैन करने संबंधी निर्णय एनआइए टीम के परामर्श के बाद लिया। एनआइए ने एक घंटा चली बैठक में यह जानने का प्रयास किया कि संदिग्ध युवक के माथे पर लंबे कट का निशान क्यों लगा है। एनआइए ने एसएमओ से कहा कि वह इस बात का पता लगाएं कि संदिग्ध का ऑपरेशन अतीत में क्यों हुआ था। एनआइए ने इस संबंध में डॉक्टरों से भी राय ली।