दोबारा बल्लियां गाढ़ी तो चलाऊंगा डांग, हिम्मत है तो मुझ पर दायर करो केस
डेयरीवाल में 325 एकड़ जमीन पर बल्लियां लगाने का काम सुझलने की बजाय और ज्यादा बिगड़ गया है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट :
डेयरीवाल में 325 एकड़ जमीन पर बल्लियां लगाने का काम सुझलने की बजाय और ज्यादा बिगड़ गया है। बीते रविवार को निगम द्वारा लगाई बल्लियों को हटवाने के बाद मंगलवार को हलका विधायक स्थिति का जायजा लेने के लिए दोबारा डेयरीवाल पहुंचे।
मंगलवार को वार्डवासियों ने विधायक जोगिद्र पाल को बताया कि रविवार को उखाड़ी गई बल्लियों को निगम की टीम सोमवार को दोबारा लगाने के लिए आई थी। इस संबंध में विधायक ने सीधे तौर पर निगम अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि वह किसी भी कीमत पर निगम को फिर से बल्लियां नहीं लगाने देंगे। इसके बावजूद भी निगम अधिकारियों ने यदि बल्लियां लगाने की कोशिश की तो वह खुद डांग उठा लेंगे। उन्होंने कहा कि मसले को लेकर वह लोगों के साथ कोर्ट में चले गए हैं। इस पर केस फाइल कर दिया गया है और अब किसी को भी वहां पर बल्लियां नहीं लगाने दी जाएंगी। अगर किसी में हिम्मत है तो वह उन पर केस दायर करे। विधायक ने कहा कि रविवार को मेरी मौजूदगी में बल्लियां उखाड़ी गई थी। अगर पर्चा दर्ज करना ही है तो मुझ पर करो। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को विधायक ने कहा कि वह अपने अधिकारी को जाकर बता दें कि वहां पर विधायक अड़ गए हैं। जो भी कार्रवाई करनी है वह उन पर करें। पंचायत की जमीन पर निगम की नजर
विधायक जोगिद्र पाल ने कहा कि भोआ हलका डेयरीवाल से शुरू होता है जो पहले ग्राम पंचायत थी। पंचायत की 325 एकड़ जमीन पर निगम की निगाह है। निगम ने डेयरीवाल एरिया में पहले सालिड वेस्ट के लिए बीस-पच्चीस एकड़ जमीन ली। वह जरूरी प्रोजेक्ट था, इसलिए वह चुप रहे। इसके बाद 30 एकड़ भूमि पर गोशाला बना दी गई। इतना ही नहीं लाडोचक्क में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बना दिया। यह सब जरूरी प्रोजेक्ट थे इसलिए वह चुप रहे। लेकिन, अब वह चुप नहीं बैठेंगे। जनता के साथ धक्केशाही किसी को नहीं करने देंगे। उन्होंने कहा कि उक्त जमीन पर 150 के करीब लोग 1947 के बाद से खेतीबाड़ी कर रहे हैं। 50 साल से ज्यादा समय से उनका कब्जा है। खेतों में धान की फसल पक्की पड़ी है और निगम उन पर कब्जा करना चाहता है जो उन्हें किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि निगम उक्त एरिया में गंदगी फेंकने आता है जिसे अब नहीं फेंकने दिया जाएगा। वार्डवासी गंदगी न फेंकने दे और धरने पर बैठ जाएं। वह अपने हलके में कूड़ा नहीं फेंकने देंगे। विधायक ने कड़े शब्दों में कहा कि मामले को लेकर वह कोर्ट जा रहे हैं, वहीं मामले पर मुख्यमंत्री अमरिदर सिंह से भी बात करेंगे। जरूरत पड़ी तो वह मुख्यमंत्री को डेयरीवाल में लाकर सारी स्थिति से अवगत करवाएंगे। डेयरीवाल को ही निगम के दायरे से बाहर निकलवाने का काम करेंगे ताकि भविष्य में निगम कभी भी उक्त जमीन पर कार्रवाई न कर सके। एडीसी कम निगम असिस्टेंट कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि मंगलवार को वह अवकाश पर है। इसके अलावा निगम टीम ने उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है। मामले को लेकर लगातार डीसी पठानकोट को जानकारी दी जा रही है। मामले में कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होगी। इसके बारे में जिला प्रशासन द्वारा हायर अथारिटी को अवगत करवाया जा रहा है।