सात साल से लटके सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम शुरू, नहरों में नहीं फेंका जाएगा दूषित पानी
सात साल पहले 18.50 करोड़ की लागत से लाडोचक्क में निर्मित एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) शुरू हो गया।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : सात साल पहले 18.50 करोड़ की लागत से लाडोचक्क में निर्मित एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) आखिरकार शुरू हो गया। इससे पहले भी एसटीपी में दो बार लीकेज आने की वजह से प्रोजेक्ट को रोक दिया था। सीवरेज बोर्ड के साथ मिलकर सरकार ने प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए चार बड़ी मोटरों को टैंक तक पहुंचाने का ट्रायल किया गया है। यह प्रोजेक्ट शहर के लिए बेहद जरूरी है।
प्रोजेक्ट के शुरू होने से एपीके रोड से निकलने वाली सीवरेज की गंदगी अब नलवा नहर में नहीं घुलेगी। सीवरेज को अंडरग्राउंड तरीके से लाडोचक्क स्थित एसटीपी में पहुंचाया गया है। सीवरेज के गंदे पानी को फिल्टर कर लाडोचक्क के साथ लगते सात गांवों के किसानों को सिचाई के लिए पानी की सुविधा मिलेगी।
वहीं, बुधवार को लाडोचक्क में हुए समारोह के दौरान विधायक ने सीवरेज बोर्ड के एक्सईएन एसके रंधा, एसडीओ दिवितेश विरदी भूमि रक्षा विभाग के डॉ. गुरप्रीत सिंह, एसटीपी के इंचार्ज रविदर कुमार, कांग्रेसी नेता विजय धीमान सहित क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में इसका उद्घाटन किया।
2011 में रखा गया था नींवपत्थर
शहर की सीवरेज व्यवस्था को सुचारु तरीके से चलाने के लिए वर्ष 2011 में डेयरीवाल में एसटीपी बनाने का काम शुरूहुआ था। 18.50 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को दो साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। 2016 में बिल्डिंग व स्ट्रक्चर बनाने का काम तो हैदराबाद की अप्पा कंपनी ने पूरा कर लिया, लेकिन जब ट्रायल के दौरान 20 जगह लीकेज पाई गई तो इस काम को बीच में ही रोक दिया गया। 2018 में दूसरी बार ट्रायल होने पर दो किलोमीटर एरिया में 17 स्थानों पर लीकेज पाई गई। दो बार लीकेज आने के बाद इसके बजट में बढ़ोतरी करते हुए करीब डेढ़ करोड़ की ओर राशि जारी की गई। बुधवार को हुए उद्घाटन से पहले सीवरेज बोर्ड ने इसका तीन-चार बार ट्रायल लिया, जो सफल रहा जिसके बाद विधायक अमित विज ने इसका उदघाटन किया।
27 करोड़ लीटर की क्षमता का है एसटीपी
सीवरेज बोर्ड के एक्सईएन एसके रंधा एवं एसडीओ दिवितेश विरदी ने कहा कि लाडोचक्क में बनाए गए एसटीपी की क्षमता 27 एमएलडी (लीटर डिस्चार्ज पर मिनट) 27 करोड़ लीटर की क्षमता है। शहर के विभिन्न एरिया से आने वाले सीवरेज को लिफ्ट करने के लिए 50 हार्स पावर की चार मशीने लगाई गई हैं। सीवरेज का पानी चार टैंकों में जाएगा ओर वहां से ट्रीट कर इसे दो हजार हेक्टेयर भूमि की सिचाई के लिए नहर के जरिए भेजा जाएगा। किसानों को सिचाई के लिए पानी मिलने के बाद उन्हें पेश आ रही समस्याओं का भी समाधान हो जाएगा।
एसटीपी से पैदा होने होने वाली खाद बेच कमाई करेगी सरकार : अमित
विधायक अमित विज ने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से पानी को फिल्टर कर साथ लगती नहर के जरिए किसानों को सिचाई के लिए दिया जाएगा। इससे पैदा होने वाली खाद को बेचकर सरकार अपनी कमाई करेगी। खाद को बेचने के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। कमेटी में डीसी, एक्सईएन, एसडीओ सहित दो सदस्य रहेंगे जो पूरे काम को देखेंगे। इससे शहर में करीब 70 फीसद सीवरेज जाम की समस्या से लोगों को राहत मिल जाएगी। एक दिन में सीवरेज प्लांट में 27 करोड़ लीटर सीवरेज वाटर को फिल्टर किया जा सकता है। अब मामून, आदर्श कॉलोनी सरना व तीसरा शहर एसटीपी बनाया जाना है। अगले महीने इनके टेंडर लगाए जाएंगे और 31 मार्च तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।