मंत्र हमारी सोई हुई चेतना को विकसित करता है: साध्वी तरुणा
मंत्र एक ऐसा साधन है जो हमारे भीतर सोई हुई चेतना को जागृत करने के अलावा हमारी सुप्त शक्तियों को विकसित कर देता है।
संवाद सहयोगी, घरोटा: मंत्र एक ऐसा साधन है, जो हमारे भीतर सोई हुई चेतना को जागृत करने के अलावा हमारी सुप्त शक्तियों को विकसित कर देता है। यह बात साध्वी तरुणा बहन ने चक्क गोटा में तुलसी पूजन कार्यक्रम उपरांत व्यक्त की। वह महिला मंडल और युवा सेवा संघ के आश्रम परिसर में गीता भागवत सत्संग समारोह को संबोधित कर रहे थे।
साध्वी तरुणा बहन ने धर्म, अध्यात्म, चरित्र, नैतिक मूल्य, हिदू संस्कृति व संतों के खिलाफ हो रहे षड़यंत्रों से भी सावधान होने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हमारे पास खाने को पर्याप्त अन्न, पहनने को वस्त्र, रहने को घर होते हुए भी हम भीतर से दुखी क्यों है। क्योंकि, हम अपने भीतर की चेतना जागृत करने की तरकीब भूल चुके हैं। परमात्मा का अनुसंधान करने के संपर्क सूत्र छोड़ बैठे है। मंत्रजप और उसकी विधि का विधान त्याग चुके हैं। दिनों-दिन पाश्चात्य जगत के दिखावे से प्रभावित होते जा रहे हैं। जैसे वह लोग भौतिक साधनों से संपन्न होते हुए भी अशांत है। वैसे हमारा जीवन भी अशांति की और बढ़ रहा है।
साध्वी तरुणा बहन ने साधकों को ऋषि प्रसाद अभियान के अतिरिक्त युवाधन सुरक्षा अभियान, नशे से सावधान अभियान की तैयारियों के लिए अभी से जुट जाने का आहवान किया। मौके संचालक कन्हैया भाई के अतिरिक्त समिति पदाधिकारियों के अतिरिक्त अन्य भक्त उपस्थित थे।