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गलत एनेस्थीसिया से मरीज की जान गई, परिजन ने शिकायत की

सिविल अस्पताल पठानकोट में बड़ी कोताही से मरीज को जान गंवानी पड़ी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Jan 2020 10:57 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jan 2020 10:57 PM (IST)
गलत एनेस्थीसिया से मरीज की जान गई, परिजन ने शिकायत की
गलत एनेस्थीसिया से मरीज की जान गई, परिजन ने शिकायत की

जागरण संवाददाता, पठानकोट : सिविल अस्पताल पठानकोट में बड़ी कोताही से मरीज को जान गंवानी पड़ी है। एनेस्थीसिया का गलत इंजेक्शन लगने से मरीज की ऑपरेशन से पहले ही मौत हो गई। अस्पताल में चिकित्सक की लापरवाही से यह हादसा हुआ है। मृतक निर्मल कुमार के परिजनों ने कोताही की शिकायत सेहत महकमे के निदेशक, मेडिकल कौंसिल से लेकर एसएसपी पठानकोट तक को कर दी है। एक माह पुराने इस मामले में परिवार को गहरे आघात लगे हैं। निर्मल कुमार की मौत के बाद उनकी बुजुर्ग माता भी बेटे के जाने का गम सहन नहीं कर पाई और छह दिनों बाद गुजर गईं। इस अनहोनी को लेकर दिवंगत निर्मल कुमार के बेटे धीरज ने मामले को उजागर किया है और दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करवाने के लिए उच्चाधिकारियों तक लिखित में शिकायत की है।

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यह है मामला

पठानकोट के नंदा मोहल्ला के 69 वर्षीय निर्मल कुमार दिसंबर माह में स्कूटी से नीचे गिरने से घायल हो गए। 23 दिसंबर को परिजन उन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल ले गए। चिकित्सक ने टांग फ्रेक्चर होने पर ऑपरेशन की सलाह दी। परिजनों ने इसकी हामी भरी तो 24 दिसंबर को ऑपरेशन के दिन चिकित्सक विशाल ने डॉक्टर नेहा की बजाय खुद ही निर्मल कुमार को एनेस्थीसिया का इंजेक्शन दे दिया। इइसके बाद निर्मल कुमार की अचानक हालत बिगड़ गई, चिकित्सक ने उन्हें दूसरे अस्पताल में आईसीयू में शिफ्ट करने का दवाब बनाया। निर्मल की हालत नाजुक होने पर किसी तरह परिजन निजी अस्पताल ले गए। यहां पर उपचार करने का प्रयास हुआ पर मरीज की मौत हो गई। मुआवजा नहीं ऐसी घटनाओं पर लगाम चाहिए : धीरज

मृतक निर्मल के बेटे धीरज ने कहा है कि न्याय पाने के लिए परिजन अब राज्य सरकार तक अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही के मसले को उठाने जा रहे हैं। सकी शिकायत सेहत अधिकारियों - पुलिस के पास की है। अगर उचित जांच कर कार्रवाई नहीं की गई तो वह मुख्यमंत्री से लेकर हरसंभव स्थान पर जाकर संघर्ष करेंगे। जांच से उन्हें अपने पिता की मौत का मुआवजा नहीं चाहिए बल्कि कार्रवाई होने से अन्य मरीजों के साथ ऐसी घटनाओं पर जरूर लगाम लगेगी। शिकायत की जांच कर रहे हैं : भूपिद्र

एसएमओ डॉ भूपिद्र सिंह ने कहा है कि शिकायत उनके पास आई है। इस आधार पर विभाग इसकी जांच पड़ताल करेगा, अगर कोताही सामने आती है तो विभाग कार्रवाई अमल में लाएगा।


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