मेयर बताएं कहां गए करोड़ों के रिक्शे और डस्टबिन
शहर का विकास पूरी तरह ठप हो चुका है।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : शहर का विकास पूरी तरह ठप हो चुका है। भाजपा शासित नगर निगम ने शहरवासियों का भरोसा तोड़ा है। नगर निगम का यह कार्यकाल निराशाजनक-असफल गिना जाएगा। ये बात इंप्रूवमेंट ट्रस्ट चेयरमैन और नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष विभूति शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस में कही। उन्होंने मेयर अनिल वासुदेवा के पांच साल के कार्यकाल पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मेयर अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हैं, पर उनके पास एक भी उपलब्धि नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पठानकोट को नगर निगम का दर्जा दिलाया लेकिन दुखद है कि विकास के नाम पर कुछ भी नहीं कर सके। शहरवासी पानी, सड़क, सीवरेज, गंदगी समस्याओं से जूझ रहे हैं। भाजपा के राज में निगम का दिवाला निकल गया, कर्मचारियों तक को तनख्वाह नहीं मिल रही है। वार्डों की हालत बदतर हो चुकी है। गंदे पानी की सप्लाई की जा रही है, इस पानी को पीने से लोग बीमार हो रहे हैं। सड़कें - नालियां उखड़ी पड़ी हैं, केवल कोरे आश्वासनों में ही भाजपा ने समय निकाल दिया। उन्होंने सवाल किया कि मेयर बताएं कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत करोड़ों रुपये से खरीदे रिक्शे - डस्टबिन वर्तमान समय में कहां हैं, शहर में सफाई व्यवस्था बेहाल क्यों है। इन पांच सालों में निगम ने कोई नई मशीनरी नहीं खरीदी। निगम केवल चुनिदा लोगों को नोटिस देकर वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है। इस मौके पर कांग्रेस पार्षद जुगल किशोर, रोहित स्याल, अश्वनी अशी, पूर्व पार्षद जोगिद्र पहलवान के साथ कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
सुविधाएं नहीं, वसूला जा रहा प्रॉपर्टी टैक्स
विभूति शर्मा ने कहा कि रामशरणम कालोनी सहित एपीके रोड किनारे क्षेत्र में नियमों के विपरीत निर्माण हुआ है, पर निगम बताए कि किस आधार पर वहां रोड, सीवरेज, पानी जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। निगम किस आधार पर इन लोगों से प्रॉपर्टी टैक्स वसूल कर रहा है। यदि सारे भवन अवैध की श्रेणी में आते हैं तो निगम को किसने टैक्स या सुविधाएं देने का अधिकार प्रदान किया। सारे प्रकरण में निगम के अधिकारियों की मिलीभगत स्पष्ट है।