29 नवंबर तक का दिया अल्टीमेटम, 30 पनबस व पीआरटीसी का चक्का जाम करेंगे कर्मचारी
कैबिनेट मंत्री मंडल पंजाब की मीटिग में समस्या हल करने के भरोसे की हड़ताल पोस्टपोंड की गई है लेकिन यदि समस्या का हल नहीं होता है तो 30 नवंबर 2021 से अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ तीव्र संघर्ष करने के लिए यूनियन मजबूर होगी।
जागरण संवाददाता, पठानकोट: लंबे समय से पनबस कर्मी रेगुलर किए जाने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। पनबस कर्मचारियों ने अब सरकार को एक और मौका देते हुए 29 नवंबर तक का समय दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते इस मांग को पूरा न किया तो समूह पनबस कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। यह बात यूनियन के पदाधिकारी लवली ने कही। उन्होंने कहा कि करीब पांच वर्ष के दौरान किसी भी कच्चे मुलाजिम को पक्का नहीं किया गया। दूसरी तरफ नए बने मुख्यमंत्री द्वारा कच्चा पिल्ला एक्ट ठेका मुलाजिमों पर थोपा जा रहा है, जिसके कारण पूरे पंजाब में कच्चे मुलाजिमों में भारी रोष है तथा जगह-जगह सरकार का विरोध हो रहा है। सरकार द्वारा एक्ट में शोध करने की जगह मुलाजिमों को धमकियां दी जा रही हैं जिसकी पनबस/पीआरटीसी कांट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन द्वारा सख्त शब्दों में निदा की जाती है तथा सरकार को अपील की जाती है कि तुरंत पूरे पंजाब के कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने सहित अन्य मांगों को सार्थक हल निकाला जाए।
नेताओं ने बोले हुए कहा कि पंजाब की तर्ज पर अब चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट में भी निजीकरण का कोहाड़ा किलोमीटर स्कीम बस्सें डालने की तैयारी की जा रही है। चंडीगढ़ की ट्रांसपोर्ट यूनियन की ओर से इसके खिलाफ 29 को धरना रखा गया है, जिसके समर्थन किया जाता है।
नेताओं ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री पंजाब चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा 20 दिन का समय मांगने पर हड़ताल पोस्टपोंड की गई थी, अब फिर ट्रांसपोर्ट मंत्री पंजाब द्वारा कैबिनेट मंत्री मंडल पंजाब की मीटिग में समस्या हल करने के भरोसे की हड़ताल पोस्टपोंड की गई है, लेकिन यदि समस्या का हल नहीं होता है तो 30 नवंबर 2021 से अनिश्चितकालीन हड़ताल के साथ तीव्र संघर्ष करने के लिए यूनियन मजबूर होगी।