बिना फाइनल प्रपोजल कैसे बचेगा मुक्तेश्वर धाम
श्री मुक्तेश्वर धाम को बचाने के लिए मुक्तेश्वर बचाओं समिति पिछले तीन सालों से संघर्ष कर रही है।
संवाद सहयोगी, जुगियाल : श्री मुक्तेश्वर धाम को बचाने के लिए मुक्तेश्वर बचाओं समिति पिछले तीन सालों से संघर्ष कर रही है। इस स्थान को बचाने के लिए कई सर्वे, कई बैठकें, कई आश्वासन तथा शाहपुर कंडी बांध के अधिकारियों को बार-बार मिलने के बाद भी इसका ठोस हल नहीं निकल पाया।
बाबा मुक्तेश्वर धाम मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भीम सिंह ने कहा कि बांध प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि शाहपुर कंडी बांध के निर्माण कार्य शुरू होने से पहले मुक्तेश्वर धाम को बचाने की प्रपोजल बनाकर कमेटी को सौंप दी जाएगी लेकिन निर्माण कार्य शुरू हुए एक माह बीत चुका है न ही कोई प्रपोजल फाइनल हो सकी है और न ही कमेटी को सौंपी गई है।
समिति के अध्यक्ष गुलजार सिंह ने कहा कि रणजीत सागर बांध परियोजना के चीफ इंजीनियर का कहना है कि इसके लिए प्रपोजल तैयार हो चुकी है। पर उनको नहीं आया है। जब डायरेक्टर पंजाब ड्राइग विभाग से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होने कहा कि अभी तक चीफ इंजीनियर रणजीत सागर बांध परियोजना को फाइनल प्रपोजल बना कर भेज दी गई है और उस पर ड्रोन के जरिये सर्वे भी हो चुका है। उन्होने बताया कि अभी एक फाइनल सर्वे और होगा। बांध परियोजना के चीफ इंजीनियर इसके सलूजा ने कहा कि मुक्तेश्वर धाम को बचाने के लिए विभाग की ओर से प्रपोजल नंबर एक और प्रपोजल नंबर दो बनाई थी। जिसमें काफी कमियां पाई जा रही है। जिसको ठीक करने के लिए दो प्रपोजलों सहित डिजायन आफिस से लगातार संपर्क बना हुआ है। उनके ऊपर जम्मू कश्मीर सरकार की ओर से कार्य के लिए दवाब बनाया जा रहा है। यह कार्य नवंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा। इसके साथ-साथ तब तक कमेटी और समिति के सदस्य के साथ बैठक कर उनकी सहमति और अनुमति के साथ दिसंबर के अंत और जनवरी माह तक फाइनल प्रपोजल बना कर मुक्तेश्वर धाम को बचाने के लिये कार्य शुरू कर दिया जाएगा।