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आतंकवाद के समय आए 424 परिवारों के मकान खस्ताहाल

आतंकवाद के बाद पठानकोट की हाउसिग बोर्ड कालोनी में आकर बसे लोगों की घरों की हालत खस्ता है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Jul 2019 12:15 AM (IST)Updated: Tue, 23 Jul 2019 12:15 AM (IST)
आतंकवाद के समय आए 424 परिवारों के मकान खस्ताहाल
आतंकवाद के समय आए 424 परिवारों के मकान खस्ताहाल

संस, पठानकोट : पंजाब भर में आतंकवाद के काले दौर के बाद पंजाब के विभिन्न जिलों से पलायन कर पठानकोट की हाउसिग बोर्ड कालोनी में आकर बसे करीब 424 परिवारों के सिर पर इन दिनों मौत का साया मंडरा रहा है। तीन दशक पहले बने इन मकानों की रिपेयर न होने के कारण इनकी ईंटें लगातार गिर रही है तथा पलस्तर पूरी तरह से गिर चुका हैं। ऐसे में बरसात के दिनों में इन परिवारों का ऐसी जर्जर हालत बिल्डिगों के नीचे रहना किसी बड़े खतरे से खाली नहीं है। बरसात होते ही इन परिवारों को रात भर जाग कर बितानी पड़ती है कि कहीं इसका भुगतान उन्हें अपने परिवार की जान देकर न चुकाना पड़े। प्रशासनिक अधिकारियों को बार-बार सूचित किए जाने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई न होने के कारण अब इन परिवारों ने बुधवार के बाद पठानकोट के विधायक अमित विज से मिलने का निर्णय लिया है ताकि वह पुड़ा के प्रशासनिक अधिकारियों की विजिट करवाकर इन फ्लैट की वास्तविक स्थिति का आंकलन करें। इन क्वार्टरों की जर्जर हालत के बाद अब कुछेक परिवारों ने टेंटों तथा छन्न बनाकर रहना शुरू कर दिया है।

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आतंकवाद के दौर में आकर बसे थे हाउसिग बोर्ड कालोनी में

दैनिक जागरण की टीम ने सोमवार को जब हाउसिग बोर्ड कालोनी का दौरा किया तो पाया कि पंजाब में आतंकवाद के काले दौर में वह पंजाब के विभिन्न गांवों से अपनी लाखों की जायदाद छोड़ कर हाऊसिग बोर्ड कालोनी में आकर रूके थे। इसके बाद अपने बच्चों तथा परिवार जनों का पालन पोषण करने के लिये उनकी ओर से यही पर दिहाड़ी लगाकर रहना शुरू कर दिया गया। पुड़ा की इस जमीन पर उन्हें कई साल पहले सुप्रीम कोर्ट ने बिठाया था तथा उनकी आर्थिक मदद करते हुए प्रशासन को हिदायतें दी थी कि इन परिवारों को पूरी तरह से सुरक्षा मुहैया करवाई जाए । पर एक बार बिठाने के बाद प्रशासन ने पुन: उनकी कोई सुध नहीं ली।

टेरोरिस्ट वायलेंस अफेक्टिड विक्टम ऐसोसिएशन पठानकोट के प्रधान कमल देवगन तथा कस्तूरी लाल ने बताया कि 31 साल पहले सुप्रीम कोर्ट की ओर से अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, बटाला तथा पंजाब के विभिन्न हिस्सों से आकर बसे इन परिवारों को हुकम नंबर- 149 / 231 तिथि 23 फरवरी 1990 को बिठाया गया था। कोर्ट ने जिलाधीश गुरदासपुर तथा एसडीएम पठानकोट को दिल्ली तलब कर निर्देश दिए थे जिसके बाद इन प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से पठानकोट से 16 बसों का प्रबंधन किया गया था तथा उन्हें पुडा द्वारा बनाए गए इन फ्लैटों में कैंप बनाकर सुरक्षा मुहैया करवाई गई। पर इतने लंबे दशक के बाद आज तक उनकी सुध तक नहीं ली गई।

24 को विधायक विज से मिलेंगे

टेरोरिस्ट वायलेंस अफेक्टिड विक्टम ऐसोसिएशन पठानकोट के प्रधान कमल देवगन ने कहा कि पठानकोट के विधायक अमित विज से मिल कर वह अपना दर्द सुनाएंगे तथा अपील करेंगे कि वह जल्द ही पुड़ा के अधिकारियों की विजिट करवाने के साथ-साथ पीडित परिवारों से उनकी बैठक करवाएं। सारी कालोनी 9 एकड़ परिधि में फैली हुई है अतएव सरकार इस जगह पर पुन: फ्लैट बनाकर उन्हें जीवन यापन करवाएं।


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