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लोन देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की संपत्तियों की हो जांच

हिदू कोऑपरेटिव बैंक के खिलाफ शेयर होल्डरों तथा खाता धारकों का गुस्सा आखिरकार तीन सप्ताह बाद फूट पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Apr 2019 11:02 PM (IST)Updated: Wed, 10 Apr 2019 07:52 AM (IST)
लोन देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की संपत्तियों की हो जांच
लोन देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की संपत्तियों की हो जांच

जागरण संवाददाता, पठानकोट

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हिदू कोऑपरेटिव बैंक के खिलाफ शेयर होल्डरों तथा खाता धारकों का गुस्सा आखिरकार तीन सप्ताह बाद फूट पड़ा है। खाताधारकों तथा शेयर होल्डरों ने दोटूक बैंक प्रबंधन को चेताया कि आरबीआइ द्वारा डिफाल्टरों से पैसा वसूलने तक लेनदेन पर लगाई गई रोक को हटाया जाए तथा उनकी जमापूंजी उन्हें तत्काल प्रभाव में वापस की जाए। दोपहर करीब 1 बजे शेयर होल्डर ऐसोसिएशन के प्रधान एसएस बावा सहित खाताधारकों तथा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता की। मौके पर डिफाल्टरों को लोन देने वाले अधिकारियों तथा कर्मचारियों की संपत्तियों की जांच करवाने तथा ओवरड्राफ्टिग करने वाले मुलाजिमों की संपत्तियों की नीलामी करवाए जाने की मांग रखी। बाद में इनका एक शिष्टमंडल विधायक अमित विज से मिला तथा करीब दो घंटे उनके साथ इस मामले पर मंत्रणा की। शिष्टमंडल ने विधायक से मुलाकात के दौरान बैंक को कम से कम 50 करोड़ रुपये की सहायता राशि भी पंजाब सरकार से दिलाने का आग्रह किया।

विधायक ने विश्वास दिलाया कि आगामी कुछ ही दिनों में बैंक को पुन: जीवित कर दिया जाएगा। लोन डिफाल्टरों की प्रॉपर्टी को सीज कर उनकी नीलामी करवाई जाएगी, वहीं लोन देते समय बरती गई अनियमितताओं की भी जांच होगी। उनका प्रयास होगा कि एक महीने के भीतर सभी औपचारिकताएं पूरा कर बैंक को पहले जैसी स्थिति में लाया जाएगा। मालूम हो कि उनकी ओर से हिदू बैंक के 15 हजार से अधिक शेयर होल्डर तथा 90 हजार खाताधारकों को बैंक से मात्र 4 हजार रुपये आगामी 6 माह तक एक ही बार मिलने से व्यापारी वर्ग और आम जन की परेशानियां बढ़ चुकी हैं। बिना जांच पड़ताल किये ऋण देने वाले भी निशाने पर

प्रबंधन बैंक को सुचारू रूप से चलाने के लिए इस बात की पड़ताल में भी जुट गया है कि आखिरकार किन-किन लोगों की ओर से यह उक्त डिफाल्टरों को ऋण दिया गया है। इसमें वर्तमान समय में सेवारत तथा सेवानिवृत्त हो चुके अधिकारी भी हैं। जांच में इस बात का पता लगाया जा रहा है कि आखिरकार ऋण देते समय तय मापदंडों को अपनाया गया अथवा नहीं। ऐसे में बैंक अधिकारियों पर शिकंजा कस सकता है।

बैंक एक माह में करे कार्रवाई, अन्यथा सड़कों पर उतरेंगे : बावा

शेयर होल्डर ऐसोसिएशन के प्रधान एसएस बावा ने चेतावनी दी कि समस्या का हल एक माह में नहीं निकला तो व्यापार मंडल खाताधारकों और शेयर होल्डर को साथ लेकर सड़कों पर उतर आएगा। आज बैंक जिस स्थिति में पहुंचा है, उसके लिए बैंक के ही कुछेक मुलाजिम जिम्मेदार हैं। ऐसे में उनके खिलाफ भी कड़े कदम उठाएं जाएं। डिफाल्टरों के नाम बैंक मुख्यालय व ब्रांचों में लगाए जाएंगे : विज

विधायक अमित विज ने कहा कि बैंक के किसी भी डिफाल्टर को बख्शा नहीं जाएगा। डिफाल्टर भले ही किसी भी पार्टी से संबंध रखता हो। हिदू बैंक से लोन लेकर वापस न करने वाले डिफाल्टरों की संख्या करीब 180 के करीब है। इनकी सूची तैयार कर ली गई है। डिफाल्टरों के नाम बैंक मुख्यालय व ब्रांचों के बाहर चिपकाएं जाएंगे।


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