सुबह स्थगित, शाम को गुपचुप चुने चेयरमैन-वाइस चेयरमैन
सुजानपुर में हाई प्रोफाइल पॉलीटिकल - एडमिनिस्ट्रेटिव ड्रामा हुआ है।
वीरेन पराशर, पठानकोट : सुजानपुर में हाई प्रोफाइल पॉलीटिकल - एडमिनिस्ट्रेटिव ड्रामा हुआ है। सोमवार सुबह स्थगित किए गए पंचायत समिति के चुनाव शाम के समय गुपचुप करवा दिए गए। चुनाव में कांग्रेस समर्थित केसियां खूबाई जोन के चेयरमैन अलविद्र सिंह लाडी और जैनी जोन से सोमा देवी वाइस चेयरमैन चुनी गईं। इस चुनाव में पॉलीटिकल एवं एडमिनिस्ट्रेटिव स्तर पर ऐसा ड्रामा हुआ कि अपनी सरकार में कांग्रेसी भी भौचक्के रह गए। इससे सुजानपुर विस के अंदर कांग्रेस की अंतर्कलह एक बार फिर उजागर हो गई है। सरकारी स्तर पर भी दवाब ने ऐसा काम किया कि अपने ही आर्डर धरे रह गए। इस चुनाव में राजनीतिक तौर पर तंत्र ने ऐसा खेल खेला कि अपनों को क्लीन बोल्ड करने के लिए कांग्रेस और भाजपा भी एक हो गए। इस प्रक्रिया से गुस्साए प्रदेश कांग्रेस सचिव अमित मंटू ने प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठा दिए हैं और इसके खिलाफ मोर्चा खोलने का एलान किया है। जबकि, भाजपा विधायक दिनेश बब्बू ने एक बार फिर कांग्रेस खेमे में सेंध लगाकर गुटबाजी को हवा दे दी है।
यह हुआ एडमिनिस्ट्रेटिव ड्रामा
पंचायत समिति सुजानपुर के चुनाव दो सितंबर को तय किए गए थे। लेकिन एसडीएम धारकलां सौरभ अरोड़ा के अचानक डेपुटेशन पर चंडीगढ़ जाने पर बीडीपीओ सुजानपुर की ओर से सुबह चुनाव को स्थगित करने का पत्र जारी किया गया था। समिति सदस्यों को चार सितंबर की तिथि बताई जा रही थी। ऐसे में चुनाव टलने से दोनों दलों के सदस्य सहित नेता भी शांत हो गए। मगर एकाएक शाम के समय जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स पठानकोट में एसीजी पिरथी सिंह की अध्यक्षता में चुनाव प्रक्रिया अचानक करवा दी गई। इसमें चेयरमैन अलविद्र सिंह लाडी और वाइस चेयरमैन सोमा देवी को सर्वसम्मति से चुना गया। खास बात यह रही कि बेहद गुप्त तरीके से हुए इस चुनाव में भाजपा के तीन सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। जबकि भाजपा दोनों पदों की दौड़ से पहले ही बाहर थी। पंचायत समिति सुजानपुर की 16 सीटों में से 13 कांग्रेस और 3 भाजपा के पास हैं। प्रशासन ने अपने जारी पत्र को दरकिनार कर दिया और चुनाव करवाकर नए मुखिया बिठा दिए।
शह - मात का खेला खेल
सुजानपुर में कांग्रेस का टकराव नया नहीं है। शह और मात का खेल खेलने में सभी नेता माहिर हैं। पिछले तीन चुनाव में कांग्रेस यहां पर भाजपा से हार रही है। पिछली दफा अमित मंटू को कांग्रेस से टिकट मिला तो नरेश पुरी आजाद उम्मीदवार बन गए। नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस को पराजय मिली। अब यहां से आगामी चुनाव के लिए विनय महाजन, भानुप्रताप सिंह, नरेश पुरी भी बराबर के दावेदार हैं। पंचायत समिति चुनाव में अमित मंटू के करीबियों का चुना जाना पहले तय माना जा रहा था। वहीं चुने गए चेयरमैन कांग्रेस नेता विनय महाजन व भानुप्रताप सिंह के खासमखास हैं। मंटू को पटकनी देने के लिए कांग्रेस नेताओं ने ऐसी योजना बनाई कि कानोंकान खबर होने से पहले ही अपने करीबियों को पद पर बिठा दिया।
कांग्रेस गुटबाजी में बब्बू की गूगली
पंचायत समिति चुनाव के खेल में भाजपा के विधायक दिनेश बब्बू भी गूगली फेंक गए। उन्हें पहले इस बात का अंदाजा था कि समिति की सत्ता से दूर भाजपा
कांग्रेस की इस गुटबाजी का लाभ उठाने से पीछे नहीं रहे। चुनाव के कोरम के लिए नौ सदस्यों की आवश्यकता थी, जबकि प्रक्रिया में कांग्रेस के सात सदस्य थे। वहीं, मौके पर तीन भाजपा सदस्यों ने इसे पूरा करवाने में अहम भूमिका निभा दी। अकसर विरोधियों के चुनाव से दूर रहने वाली पार्टियों की रीत से अलग होकर भाजपा विधायक बब्बू ने गुटबाजी को हवा दे दी। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर चुनाव सदस्यों ने भाग लिया। धारकलां में भी पार्टी के सदस्य अपना कर्तव्य निभाएंगे। धक्केशाही को नहीं करूंगा सहन : मंटू
कांग्रेस सचिव अमित मंटू ने कहा है कि वह इस धक्केशाही को सहन नहीं करेंगे। पहले चुनाव स्थगित किए, फिर अचानक पठानकोट में इसका आयोजन करने के पीछे गहरी साजिश है। प्रशासन ने नियमों के विपरीत काम किया है, अपनी सरकार में अगर ऐसा होगा तो कांग्रेस कैसे आगे बढ़ेगी। वह इस मामले को हाईकमान के स्तर पर उठाएंगे। जिला प्रशासन ईमानदारी से काम नहीं कर रहा है, साफतौर पर दवाब की राजनीति हो रही है।
आदेश बिना जारी हुआ पत्र : पिरथी
एसीजी पठानकोट पिरथी सिंह ने कहा है कि जिला उपायुक्त के आदेशों पर चुनाव करवाए गए। मौके पर कोरम पूरा पाया गया व सदस्यों ने चेयरमैन व वाइस चेयरमैन चुने। चुनाव के स्थगित होने की उन्हें कोई जानकारी नहीं है, जिसने भी पत्र जारी किया है, इसकी जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे।
पार्टी के भरोसे पर करूंगा काम : चेयरमैन
नविनयुक्त चेयरमैन अलविद्र सिंह लाडी ने कहा कि अपनी नियुक्ति के लिए प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़, जिलाध्यक्ष संजीब बैंस, कांग्रेस नेता भानुप्रताप सिंह, विनय महाजन के आभारी हैं। उनके आशीर्वाद से यह पद मिला है और वह पार्टी की उम्मीदों के अनुरूप कार्य करेंगे। पार्टी के भरोसे को कायम रखकर विकास कार्य करवाएंगे।