'सरकारी अध्यापक, आधिकारियों और सरपंचों ने भी अपने बच्चे करवाए सरकारी स्कूलों में करवाए भर्ती'
ईच वन ब्रिंग वन मुहिम को जिला पठानकोट में सफलता मिलने से सरकारी स्कूलों विद्यार्थियों के दाखिले बढ़े हैं। जिला पठानकोट के अंदर मौजूदा सेशन में अब तक 4015 विद्यार्थी प्राइवेट स्कूलों को अलविदा कह कर सरकारी स्कूलों में दाखिला ले चुके हैं।
जागरण संवाददाता, पठानकोट
ईच वन ब्रिंग वन मुहिम को जिला पठानकोट में सफलता मिलने से सरकारी स्कूलों विद्यार्थियों के दाखिले बढ़े हैं। जिला पठानकोट के अंदर मौजूदा सेशन में अब तक 4015 विद्यार्थी प्राइवेट स्कूलों को अलविदा कह कर सरकारी स्कूलों में दाखिला ले चुके हैं। पिछले सेशन के दौरान सरकारी स्कूलों के दाखिलों में 15 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई थी और इस सेशन में अध्यापकों के लिए मुख्य चुनौती पिछले साल की वृद्धि को कायम रखना था, परंतु अध्यापकों की मेहनत की वजह से इस सेशन में पिछले सेशन के मुकाबले 4015 बच्चे ज्यादा दाखिल हुए हैं।
जिला शिक्षा अफसर (सीनियर सेकेंडरी) जसवंत सिंह और जिला शिक्षा अफसर (एलिमेंट्री) बलदेव राज व उप जिला शिक्षा अफसर सेकेंडरी राजेश्वर सलारिया ने बताया कि सरकारी स्कूलों की शिक्षा का स्तर बहुत ही उत्तम हो चुका है। इस कारण अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिल करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जहां सरपंचों, पंचों और एमसी•ा की तरफ से अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाने का सिलसिला जारी है, वहां सरकारी अध्यापकों की तरफ से भी अपने बच्चों को बड़े स्तर पर सरकारी स्कूलों में दाखिल करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में दाखिला मुहिम को गति देने के लिए शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की तरफ से भी लगातार पठानकोट के अलग-अलग स्कूलों का दौरा करके स्कूल मुखियों को उत्साहित किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की तरफ से नए दाखिलों के लिए अलग-अलग माध्यम से काबिले तारीफ प्रचार किया जा रहा है। कोविड -19 के चलते स्कूल प्रमुखों की तरफ से वीडियो कांफ्रेंस द्वारा बच्चो के अभिभावकों के साथ संपर्क साधने, अध्यापकों की तरफ से घर- घर डिजिटल गतिविधियों से प्रचार और दाखिला एप बना कर सरकारी स्कूलों में बच्चो का आनलाइन दाखिला किया जा रहा है।
जिला मीडिया कोआर्डिनेटर बलकार अत्तरी ने बताया कि सरकारी स्कूलों के प्रमुखों और अध्यापकों की तरफ से सरकारी स्कूलों में दा़िखला बढ़ाने और सरकारी स्कूलों की प्राप्तियां सामाजिक भाईचारे तक पहुंचाने के लिए रेडियो के द्वारा प्रचार किया जा रहा है। हर शनिवार और रविवार दूरदर्शन पर नवीयां पैड़ा के प्रोग्राम में सरकारी स्कूलों के बच्चों की तरफ से सुंदर पेशकारी की जा रही हैं। इस के साथ साथ पंफ्लेट, ई -प्रोस्पेक्टस, नुक्कड़ नाटक, स्कूल और जिले की तरफ से सरकारी स्कूलों की प्राप्तियों के फ्लैक्स, धार्मिक स्थानों में प्रचार, बस स्टैंडों पर अनाउंसमेंट और आनलाइन वीडियो कांफ्रेंस आदि साधनों द्वारा सामाजिक भाईचारे तक पहुंच बनाई हुई है।