आए हो देखने शहर हमारा, कचरा करेगा स्वागत तुम्हारा
आए हो देखने शहर हमारा, दूर ही रखना कचरा। सुजानपुर में कदम रखते ही आपको यह स्लोगन सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर दिख जाएगा।
संस, सुजानपुर : आए हो देखने शहर हमारा, दूर ही रखना कचरा। सुजानपुर में कदम रखते ही आपको यह स्लोगन सार्वजनिक स्थलों की दीवारों पर दिख जाएगा। यह स्लोगन नगर कौंसिल सुजानपुर ने सुजानपुर को स्वच्छता में नंबर एक बताते हुए लिखा है। लेकिन यह स्लोगन सुजानपुर की स्वच्छता पर सही नहीं बैठता है। यह गलत नहीं होगा अगर इस स्लोगन को बदल कर आए हो देखने शहर हमारा, कचरे से स्वागत है तुम्हारा' कर दिया जाए। क्योंकि सुजानपुर में आपको कई जगहों पर कचरे के ढेर दिख ही जाएंगे। यहां कचरे के ढेर अब आम बात हो चुकी है। ऐसा किसी एक जगह नहीं बल्कि कई जगहों पर हो रहा है। जहां खुले में कूड़ा दिख ही जाता है। समस्या इतनी बढ़ रही है कि कूड़े के ढेर वाले स्थानों के पास से लोगों ने गुजरना ही बंद कर दिया है। ऐसे में नगर कौंसिल की ओर से सुजानपुर को सफाई में नंबर एक बताने वाला यह स्लोगन किसी मजाक से कम नहीं है।
एक तरफ जहां केंद्र सरकार की तरफ से देश को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है तो वहीं सुजानपुर में हालात इसके विपरीत हैं। इस अभियान का सुजानपुर में कोई असर नहीं दिख रहा है। हालांकि सुजानपुर नगर कौंसिल में भी भाजपा ही काबिज है। लेकिन बावजूद इसके नगर कौंसिल के उच्च पदों पर बैठे भाजपा के नेता सुजानपुर को साफ नहीं बना पा रहे हैं। सबसे बुरे हालात सुजानपुर की पर्यावरण पार्क के पास बने हुए हैं। शहर के प्रमुख पार्कों में से एक पर्यावरण पार्क में सैंकड़ों लोग सुबह-शाम सैर करने आते थे। लेकिन अब यहां आने वालों की गिनती कम हो चुकी है। कारण, पर्यावरण पार्क के बाहर लगा कूड़े का ढेर। पार्क में हरे-भरे पेड़ों की ताजी हवा लेने के लिए आपको पहले कूड़े के ढेर के पास से बदबू को बर्दाश्त करना पड़ेागा। इसी कारण कई लोगों ने अब पर्यावरण पार्क में जाना ही बंद कर दिया है। स्थानीय निवासी लक्की शर्मा, रविन्द्र, कैप्टन कुलदीप ¨सह, राजीव, ¨रकू मेहरा, प्रवीण शर्मा ने कहा कि पर्यावरण पार्क के पास कोई और नहीं बल्कि खुद कौंसिल ही वहां पर कूड़े का ढेर लगा रही है। इससे जहां पार्क की सुंदरता पर ग्रहण लग गया है तो वहीं पार्क में उन्होंने आना-जाना भी बंद कर दिया है। कूड़े के ढेर के पास से गुजर कर लोगों को बदबू का सामना करते हुए पार्क में जाना पड़ता है।
ईओ ने अफसरों-पार्षदों को बताया जिम्मेदार
वहीं इस सबंधी ईओ विजय सागर मेहता ने इसका ठीकरा कौंसिल के अन्य अधिकारियों एंव कई पार्षदों के सिर फोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि वह इसका खुद जायजा लेंगे कि आखिर किसकी लापरवाही से ऐसा हो रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि शहर से उठाए जाने वाले कूड़े को डंप करने के लिए कोई उचित स्थान नहीं है। डीसी पठानकोट एंव ¨सचाई विभाग से मांग की गई है कि कौंसिल को पुल नंबर 3 व 4 के बीच डंपिग स्थल बनाने दिया जाए। हालांकि इसके लिए मंजूरी नहीं मिली है।