किसानों ने किया भाजपा प्रदेश प्रधान के घर का घेराव
कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन व सुविधा) अध्यादेश 2020 के विरोध में रविवार को किसानों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के निवास का घेराव किया और मांगपत्र दिया।
जागरण टीम, पठानकोट/ सरना :
कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन व सुविधा) अध्यादेश 2020 के विरोध में रविवार को किसानों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के निवास का घेराव किया और मांगपत्र दिया। विभिन्न जिलों से करीब 400 किसान पठानकोट पहुंचे थे। पुलिस व प्रशासन ने किसानों को रोकने की कोशिश की फिर भी 70 से 80 किसान भाजपा प्रदेश प्रधान के घर पहुंच गए। अश्वनी शर्मा को मांगपत्र सौंपने से पहले किसान जत्थेबंदियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। बाद में पुलिस ने जत्थेबंदियों के 10 नेताओं से अश्वनी शर्मा के साथ बैठक करवाई। अश्वनी शर्मा ने किसान जत्थेबंदियों को उनकी समस्या केंद्र सरकार के सामने रखने का भरोसा दिया।
इससे पहले सुबह करीब साढ़े 11 बजे माझा किसान संघर्ष कमेटी और लोक इंसाफ वेलफेयर सोसायटी पंजाब की अगुआई में किसानों का काफिला सरना पहुंचा। पुलिस ने किसानों को सरना में रोक लिया। वहां से उन्हें जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स मलिकपुर लाया गया। एडीसी सुरेंद्र सिंह ने किसान जत्थेबंदियों के पदाधिकारियों को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा से मुलाकात करवाने की बात रखी जिसे किसानों ने नहीं माना। दोपहर करीब दो बजे किसान टैंक वाला चौक पर पहुंच गए। यहां भी किसानों और पुलिस के बीच बहस हुई। 70 से 80 किसान पुलिस को चकमा देकर अश्वनी शर्मा के निवास पर पहुंच गए। इस दौरान माझा किसान संघर्ष कमेटी के किसान नेता कंवलजीत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि और कृषक सुधार की आड़ में तीन घातक फैसले लिए हैं। 'एक देश, एक मंडी' कानून से किसानों को आर्थिक नुकसान होगा। मंडियां खत्म हो जाएंगी। 23 फसलों से समर्थन मूल्य हटा लिया जाएगा। 10 अगस्त को देश भर में इन कानूनों के खिलाफ संघर्ष शुरू किया जाएगा। किसानों के कंधों का इस्तेमाल कर रही कांग्रेस : अश्वनी शर्मा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि अध्यादेश को लेकर किसानों के मन में जो भ्रम है उसे दूर किया जाएगा। केंद्र सरकार की किसान फसल बीमा, किसान क्रेडिट कार्ड, नीम कोटेड यूरिया जैसी नीतियों से किसानों की आमदन दोगुना करने के लिए अग्रसर है। कांग्रेस किसानों के कंधों पर रखकर बंदूक चला रही है। प्रदेश सरकार चार साल में अपना कोई वादा पूरा नहीं कर पाई है। कैप्टन बताएं उन्होंने 90 हजार करोड़ में से किसानों का कितना कर्ज माफ किया है।
पुलिस के सामने टूटे कोरोना से बचाव के नियम :
प्रदेश सरकार ने कोरोना से बचने के लिए प्रदर्शनों पर पाबंदी लगाई है इसके बावजूद बड़ी संख्या में किसान पठानकोट पहुंच गए। फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियम की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई। यह सब पुलिस के सामने हुआ लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। डीएसपी सिटी राजिंदर मन्हास का कहना है कि अभी मामले की जांच कर रहे हैं। जो लोग नियमों की अवहेलना करते पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।