शिक्षा प्रोवाइडर फिर सड़कों पर उतरे
शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापक यूनियन जिला पठानकोट के अध्यापक एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आएं हैं।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापक यूनियन जिला पठानकोट के अध्यापक एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं। पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर अध्यापक यूनियन ने अपनी मांगों को भी रखा। जिला अध्यक्ष मुनीश कुमार ने बताया कि शिक्षा प्रोवाइडर विगत 15 साल से पंजाब भर के विभिन्न स्कूलों में बेहद कम वेतन पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं परंतु सरकार ने उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। उन्होंने बताया कि विधानसभा में प्रस्ताव पेश कर विधायकों के वेतन भत्तों में बढ़ोतरी कर दी जाती है लेकिन जो मामूली से वेतन पर इतने सालों से काम कर रहे हैं, उनके बारे में बात करने पर खजाना खाली होने की बात कह कर हर बार उनकी मांग को टाल दिया जाता है। इस अवसर पर श्याम, अमित शर्मा, गुरप्रीत सिंह, अजय, योगेश्वर, राजेश कुमार, पवन कुमार, कविता, नविता, संतोष कुमारी, स्वीटी, मीनाक्षी, पूनम,पवनप्रीत कौर, अनुराधा, प्रवीण कुमारी, पूजा, रचना ठाकुर, डोली पठानिया इत्यादि उपस्थित थे।
कोई सुध नहीं ली जा रही : ब्लॉक अध्यक्ष
ब्लॉक अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि स्कूलों के अच्छे नतीजों में शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापकों का बहुत योगदान रहा है। जिस समय शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापकों की भर्ती की गई थी तब सरकारी स्कूलों में शिक्षा की हालत बहुत ही खराब थी परंतु अब जब सरकारी स्कूलों के प्रति आमजन का एक बार फिर विश्वास बहाल होने लगा है तो उनकी कोई सुध नहीं ली जा रही। संघर्ष तेज करने दी चेतावनी
यूनियन सदस्यों ने चेताया कि यदि सरकार की ओर से उनकी मांगों को जल्द ही पूरा नहीं किया गया तो वह इसके खिलाफ संघर्ष और तेज कर देंगे जिसकी जिम्मेवारी सरकार की होगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पंजाब अपना किया हुआ वायदा पूरा करें ताकि शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापकों के परिवार भी समाज में अपना आर्थिक स्तर ऊंचा उठा सकें।