सिविल अस्पताल के 600 यूनिट स्टॉक वाले बैंक में मात्र 50 यूनिट ब्लड
सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड यूनिट की गिरावट ने न केवल मरीजों के लिए बल्कि मैनेजमेंट की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
संस, पठानकोट : सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड यूनिट की गिरावट ने न केवल मरीजों के लिए बल्कि मैनेजमेंट की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बैंक में ब्लड यूनिट की गिरावट का मुख्य कारण प्रतिदिन स्टॉक कम और खपत अधिक होना बताया जा रहा है। जिसके चलते अब हालात यह बन गए हैं कि यदि काई इमरजेंसी पड़ जाए तो उससे निपटने के लिए विभाग के पास कोई विकल्प नहीं है। जिसका मुख्य कारण जहां पिछले लंबे समय से स्कूल,कालेजों,विभन्न संस्थाओं द्वारा कैंपों का आयोजन का पूर्ण सहयोग न मिलना है वहीं लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे, थैलासीमिया, कैंसर, डायलसिस के अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू कश्मीर से आने वाले मरीजों के कारण ब्लड की खपत बढ़ना है। ब्लड बैक अधिकारियों की मानें तो ए-पॉजिटिव व एबी पॉजिटिव, बी-पॉजिटिव ब्लड ग्रुप की सबसे अधिक कमी है। यही नहीं सभी निगेटिव ब्लड ग्रुप भी शॉटेज चल रहे हैं। उक्त समस्या बीते माह से निरंतर चल रही है। बता दें कि इमरजेंसी के लिए प्रति ब्लड ग्रुप के 10-10 रक्त यूनिट अर्थात 80 यूनिट होना जरूरी है। परन्तु 600 यूनिट स्टॉक वाले ब्लड बैंक में मात्र 50 यूनिट ही शेष बचे है। यही कारण है कि मरीजों और ब्लड बैंक के मुलाजिमों को उत्पन्न हो रही चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ब्लड बैंक रिकार्ड अनुसार बात की जाए तो यहां रोजाना 50 ब्लड यूनिट की खपत है, जबकि करीब 45 यूनिट बैंक को प्राप्त हो रहे हैं।
19 को स्वामी जगत गिरि ट्रस्ट में लगेगा रक्तदान कैंप
ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ. माधवी अत्री एवं एमएलटी राजविन्द्र कौर ने बताया कि ब्लड बैंक में रक्त युनिट की आई गिरावट की भरपाई 19 फरवरी को होने की संभावना है। चूंकि इस दिन स्वामी जगत गिरि ट्रस्ट द्वारा ब्लड कैंप आयोजित करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्रीसांईं ग्रुप फार्मेसी कालेज में 6 फरवरी को ब्लड कैंप आयोजित होना था,परन्तु वहां स्पोर्टस कार्यक्रम होने के कारण कैंप कैंसल किया गया है। श्रीसांईं ग्रुप मैंनेजमेंट से मिली सूचना अनुसार स्पोर्टस कार्यक्रम की समाप्ति के बाद ब्लड कैंप आयोजित करवाने की घोषणा शीघ्र की जाएगी। उधर,सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर भूपिन्द्र ¨सह ने बताया कि ब्लड बैंक में ब्लड की कमी को दूर करने के लिए अस्पताल प्रबंधन आज ही स्कूल,कालेजों,धार्मिक संस्थाओं व स्वंय सेवी संस्थाओं से सहयोग की मांग संबंधी लिखित निवेदन कर चुका है। उम्मीद है कि सब के सहयोग से मरीजों को कोई परेशानी पेश नही आएगी।