लाभपात्र कर रहे किस्त का इंतजार
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत काम करवा चुके लाभार्थी सरकार की ओर से मिलने वाली राशि का फरवरी से इंतजार कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, पठानकोट : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत काम करवा चुके लाभार्थी सरकार की ओर से मिलने वाली राशि का फरवरी से इंतजार कर रहे हैं। वे निगम व संबंधित विभाग के अधिकारियों को जल्द राशि देने की मांग भी कर रहे हैं। विभागीय अधिकारी इसके पीछे लॉकडाउन को वजह बता रहे हैं। उनका कहना है कि इससे पहले लाभपात्रियों को उनकी बनती किस्तें समय पर मुहैया करवा दी गई थी, लेकिन फरवरी से लाभपात्रियों को काम के हिसाब से बनती किस्तें जारी नहीं हो पाई है।
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2017-18 में 1400 घरों का मिली थी मंजूरी
नगर निगम के अधीन आते शहरी एरिया में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2016-17 में 82 बेघरों के घर बनाने की मंजूरी मिली थी। उसमें से लगभग सभी घरों का निर्माण हो चुका हैं। कुछेक का काम अभी शेष है। इसी प्रकार वर्ष 2017-18 में करीब 1300 घरों तथा 2018 में 655 और लाभपात्रियों का चयन किया गया है। उक्त करीब 1900 धारकों की निगम की ओर से सारी वेरीफिकेशन करने के बाद डीपीआरी (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करके फंड के लिए सरकार को भेज दी गई है।
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दूसरी किस्त का कर रहे इंतजार
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वार्ड 47 जमालपुर में घर बना रहे वीरु राम ने बताया कि करीब एक साल पहले उनके खाते में पहली पचास हजार रुपये की राशि आ गई थी। इसके बाद करीब 80-90 हजार रुपये का अपने रिश्तेदारों से पैसे उधार लेकर काम करवा लिया है। लॉकडाउन के कारण वह भी बंद पड़ा है। वीरु राम ने कहा कि बेशक रिश्तेदार उनसे पैसे नहीं मांग रहे लेकिन, उन्हें पैसे न देने की बात महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि वह अपनी दूसरी किस्तें का इंतजार कर रहे हैं।
पक्का घर पाने के लिए यह है शर्तें-
-आवेदनकर्ता का देश के किसी भी राज्य में अपना पक्का घर न हो।
-आवेदनकर्ता प्रदेश के किसी भी म्यूंसिपल कमेटी अथवा निगम का स्थायी निवासी हो, उसका अपना वोटर कार्ड हो तथा कच्चे व अर्ध कच्चे मकान का मालिक हो।
-आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग वाले परिवार भाव उस परिवार की वार्षिक 3 लाख से ज्यादा न हो।
-आवेदनकर्ता पति-पत्नी तथा बच्चे शामिल हों।
-आवेदनकर्ता की तरफ से पिछले पांच वर्षों से केंद्रीय/ राज्य सरकार से किसी भी स्कीम के तहत मकान निर्माण के लिए लाभ न लिया हो।
-स्कीम का लाभ केवल उन्हीं लोगों को दिया जाएगा जो उपर लिखी निर्धारित शर्तों को पूरा करता होगा। इसके अलावा निगम अथवा कौंसिल की और की टीम की और से सर्वे के दौरान सभी सही पाया जाएगा।
स्कीम के तहत मिलने वाले लाभ-
-निर्धारित शर्तें पूरा करने वाले लाभपात्री को सरकार की तरफ से तीन किस्तेंों में 1.50 लाख रुपए दिए जाएंगे
-पहली किस्तें पचास हजार रुपये काम शुरू होने से पहले
दूसरी किस्तें पहले पैसे खर्च करने के बाद तथा तीसरी किस्तें काम पूरा होने के बाद।
कैसा होगा आपका घर
-लाभ पात्र को एक पक्का कमरा-पक्की रसोई तथा टायलट मिलेगा।
- पांच सालों तक सरकारी सहायता से बनाए घर को लाभ पात्र अगले पांच सालों तक नहीं बेच सकता।
-विरास्त के अलावा किसी भी तरह के मकान की मलकीयत तबदील नहीं की जा सकती।
- मकान केवल लाभ पात्र के परिवार की तरफ से रिहायशी उद्देश्य से इस्तेमाल किया जा सकता है जिसे वह किराए पर नहीं दे सकता।
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अमृत योजना के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना का कार्य देख रहे सिटी लेबल टेक्निकल अफसर अमृत संधू ने कहा कि वर्ष 2016 से 18 तक के पारित किए गए 82 कार्य चल रहे हैं। उक्त कार्यों में से 40 लाख की राशि धारकों को वितरित की जा चुकी है। जिसमें से ज्यादातर को पूरी डेढ़ लाख की राशि दी जा चुकी है। लेकिन कुछेक केस ऐसे हैं जिनकी पेमेंट अभी बकाया है। इसका मुख्य कारण लॉकडाउन के चलते फंड खाते में ट्रांसफर न होना है। इस संबंधी सरकार की और से इसी महीने के अंत तक फंड रिलीज करने की बात कही गई है। फंड आते ही उक्त लाभपात्रियों को बनती बकाया किस्तें की राशि खातों में ट्रांसफर हो जाएगी।