Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

बैराज औसतियों पर सरकार के जुल्म ने याद दिलाया अंग्रेजों का राज: कश्मीर सिंह

उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है पंजाब सरकार द्वारा बैराज औसतियों पर ठीक उसी तरह का जुल्म किया गया है। वह मूल रूप से जैनी उपरली के निवासी हैं और पिछले 25 वर्ष से अपनी जमीनों के अधिग्रहण के बदले में बच्चों के लिए रोजगार की गुहार लगा रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा और बांध प्रशासन द्वारा उनको मात्र आश्वासन ही दिए गए हैं।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 21 Jan 2022 05:31 PM (IST)
Hero Image
बैराज औसतियों पर सरकार के जुल्म ने याद दिलाया अंग्रेजों का राज: कश्मीर सिंह

संवाद सहयोगी, जुगियाल: जो अंग्रेजों के समय में जुल्म होता था वही जुल्म रणजीत सागर बांध परियोजना की दूसरी इकाई शाहपुरकंडी बैराज औसतियों पर हो रहा है। यह बात करीब 102 वर्षीय बैराज औसती कश्मीर सिंह ने कही। उन्होंने बताया की उनको अपनी जन्मतिथि और जन्म वर्ष याद नहीं, पर जब भारत आजाद हुआ था तब वह 23 वर्ष के थे। वह स्वतंत्रता सेनानी ज्ञानी जत्थेदार खजान सिंह के गुट में शामिल थे। वहां पर वह तलवार के अलावा कई देसी हथियारों का निर्माण करते थे। इसी के साथ रात्रि को जब दुश्मन हमला करते थे तो अपने चौबारे की छत पर गली की ओर बड़ी तेल की कड़ाही में तेल डाल कर आग लगाकर रखते थे। जब कोई दुश्मन उनको लूटने आता था तो वह उस पर गर्म तेल के छींटे मारते थे। इससे वह दुश्मन घायल होकर लौट जाते थे। उस समय अंग्रेजों का जुल्म चरम सीमा पर था।

उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है पंजाब सरकार द्वारा बैराज औसतियों पर ठीक उसी तरह का जुल्म किया गया है। वह मूल रूप से जैनी उपरली के निवासी हैं और पिछले 25 वर्ष से अपनी जमीनों के अधिग्रहण के बदले में बच्चों के लिए रोजगार की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा और बांध प्रशासन द्वारा उनको मात्र आश्वासन ही दिए गए हैं। उनके छोटे भाई 87 वर्ष के शरम सिंह और कुलविदर सिंह इसी मुद्दे को लेकर 8 बार टंकियों और टावरों पर चढ़ चुके हैं, लेकिन हर बार उनको झूठी तसल्ली और आश्वासन देकर बांध प्रशासन की ओर से नीचे उतार लिया गया। सरकार पर अपना गुस्सा निकाल रहे कश्मीर सिंह के साथ उनके साथ स्वतंत्रता सेनानी साथी ज्ञानी जत्थेदार खजान सिंह गुट के 92 वर्षीय जोगिदर सिंह सहित अन्य बैराज औसती मौजूद रहे।