तीन दशक बाद 424 परिवारों को मिला जंज घर
आतंकवाद के काले दौर के दौरान प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से हाऊसिग बोर्ड कालोनी में आकर बसे 424 परिवार को तीन दशक बाद आखिरकार जंज घर मिलेगा।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : आतंकवाद के काले दौर के दौरान प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से हाऊसिग बोर्ड कालोनी में आकर बसे 424 परिवार को तीन दशक बाद आखिरकार जंज घर मिलेगा। 20 लाख की लागत से तैयार होने वाले इस जंज घर का नींव पत्थर बुधवार को रखा गया। दो माह में इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। इससे इन परिवारों को समारोह के लिए टेंट लगाने की जरूरत नहीं होगी। यहां वह सुख-दुख में इकट्टे हो पाएंगे। आर्थिक रुप से कमजोर इन परिवारों को अभी फिलहाल हाऊसिग बोर्ड कालोनी के एक ओर बने माता वैष्णो देवी मंदिर व भगवान परशुराम मंदिर के बाहर कार्यक्रम आयोजित करना पड़ता था। अचानक बारिश होने से इनका कार्यक्रम पूरी तरह से खराब हो जाता था।
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2800 स्क्वायर फीट में से दो हजार स्कवेयर फीट में तैयार होगा हाल
आतंकवाद प्रभावित परिवारों की करीब तीस साल पुराना मांग पूरा होने पर हाऊसिग बोर्ड कालोनी निवासियों के चेहरे पर रौनक है। करीब 2800 स्क्वायर फीट इस जगह में से दो स्क्वायर फीट में बड़े हाल का निर्माण होगा। बाकी सारी एरिया ओपन रहेगा। प्रथम फ्लोर पर सिर्फ एक बाथरूम व कमरे का निर्माण होगा। शेष सारी छत भी खुली रखी जाएगी। इस हाल में एक समय में 250 के करीब लोग किसी भी फंक्शन में हिस्सा ले सकेंगे।
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आतंकवाद के दौर ने बना दिया दिहाड़ीदार
विडंबना यह है कि आतंकवाद के काले दौर में इन परिवारों का सारा कुछ नष्ट हो गया। आतंकियों ने इनके परिवारों के सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया। अपनी जान बचाकर ये लोग औने-पौने भाव अपने घर और जमीने बेच दी। ऐसे में अपने परिवारों को खो चुके, घर-परिवार से महरूम होकर पठानकोट की हाऊसिग बोर्ड कालोनी में आकर रहना शुरू कर दिया। सरकार ने इन प्रभावित परिवारों को राहत देने के लिए 781 करोड़ रुपये का पैकेज तैयार किया था, परंतु अभी तक उन्हें मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल सकी।
....... ट्रैरेरिस्ट वायलेंस इफेक्टिड विक्टम ऐसोसिएशन के प्रधान कमल देवगन ने बताया कि साल 2018 में इस भूमि को एक्वायर करने के लिए पुडा ने प्रयास किया गया था, परंतु हाऊसिग बोर्ड कालोनी निवासियों ने इसका कड़ा विरोध किया था। इसके बाद कालोनी निवासियों का एक शिष्टमंडल विधायक अमित विज से मिला। विज के प्रयासों के बाद ही अब इस जगह पर जंज घर को शुरू किया गया है।