बिना एमडी पैथोलॉजिस्ट के जिले में चल रही 150 लैब, विभाग ने अब तक किसी पर भी नहीं की कार्रवाई
जिले में 150 से अधिक पैथोलॉजी लैब नियमों की अनदेखी कर चलाई जा रही हैं।
भीष्म भनोट, पठानकोट
जिले में 150 से अधिक पैथोलॉजी लैब नियमों की अनदेखी कर चलाई जा रही हैं। यह पैथोलॉजी लैब मरीजों के टेस्ट के नाम पर उनसे धोखा कर रहे हैं। बगैर एमडी पैथोलॉजिस्ट के लैब चलाई जा रही है लेकिन, जिला हेल्थ विभाग के पास महज 71 लैब की ही जानकारी है, जिसमें सिर्फ दो लैब में ही एमडी पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर हैं। नियमों के तहत पैथोलॉजी लैब चलाने के लिए एमडी पैथोलॉजिस्ट का होना अनिवार्य है। बावजूद जिले में बिना पैथोलॉजिस्ट की योग्यता के लैब चलाना हेल्थ विभाग की कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े करता है। नियमों के तहत यदि किसी लैब से मरीज को रिपोर्ट दी जाती है तो उस पर एमडी पैथोलॉजिस्ट के साइन जरूरी है, अन्यथा उस रिपोर्ट को गलत माना जाएगा। शहर के लगभग सभी लैब बिना किसी एमडी पैथोलॉजिस्ट के चल रहे हैं। यही नहीं लैब में टेक्निशियन या किसी अन्य की तरफ से रिपोर्ट साइन की जाती है। आदेशानुसार यदि किसी लैब में टेक्नीशियन या किसी अन्य की तरफ से टेस्ट की रिपोर्ट साइन की जाती है तो ऐसी लैब को तत्काल बंद करवाने का निर्देश है लेकिन, जिला स्वास्थ्य विभाग इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा और मरीजों के टेस्ट के नाम पर लैब संचालक मरीजों से धोखा कर रहे हैं। जिले में करीब 45 से अधिक निजी अस्पताल हैं। इनमें से करीब सभी अस्पतालों में लैब चलाई जा रही है। इनमें से कुछ लैब को एसी लैब से अटैच किया गया है, जिनमें पैथोलॉजिस्ट योग्यता धारक हैं लेकिन, मरीज का ब्लड सैंपल लेकर उनका टेस्ट अस्पताल में नियमों के विरूद्ध चलाई जा रही लैब में टेक्निशियन कर रिपोर्ट बना रहे हैं। मगर शहर के अस्पतालों में बिना एमडी पैथोलॉजी के लैब का चलाना मरीजों की जान से खिलवाड़ है। बिना एमडी पैथोलॉजी लैब पर होगी कार्रवाई : डॉ. नैना
सिविल सर्जन डॉ. नैना सलाथिया का कहना है कि बिना एमडी पैथोलॉजिस्ट के चलाई जा रही लैब संचालकों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।