मनरेगा कर्मचारियों को नियमित करने की मांग को लेकर पांचवे दिन भी हड़ताल जारी
जागरण संवाददाता नवांशहर पंचायत विभाग में कार्यरत मुलाजिमों ने अपनी सेवाएं नियमित करने के
जागरण संवाददाता, नवांशहर:
पंचायत विभाग में कार्यरत मुलाजिमों ने अपनी सेवाएं नियमित करने के उद्देश्य से मनरेगा मुलाजिम यूनियन पंजाब के बैनर तले हड़ताल करके कामकाज ठप कर दिया है। बंगा के बीडीपीओ कार्यालय के बाहर मुलाजिमों की हड़ताल पांचवें दिन भी जारी रही।
इस संबंध में जानकारी देते हुए मनप्रीत सिंह ने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान पंजाब सरकार ने ग्रामीण विकास के लिए एक पैसा भी खर्च नहीं किया। गांवों का पूरा विकास नरेगा के तहत होने वाले कार्यों के माध्यम से किया गया जिसमें पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान नरेगा कर्मचारियों ने गांवों की आर्थिक और भौतिक स्थिति में सुधार के लिए लगभग 1600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, परिणामस्वरूप सरकार के मंत्री और विधायक गांवों का दौरा कर रहे हैं। लेकिन 16 लाख ग्रामीण मजदूरों को रोजगार देने वाले नरेगा कर्मचारी आज खुद बेरोजगार हैं। पिछले चार साल से सरकार ने नरेगा कर्मचारियों को झूठे आश्वासन ही दिए हैं। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत कार्य करने वाले कर्मचारियों को सरकार अपने स्तर पर नियमित कर सकती थी, मगर सरकार ने पिछले 5 सालों से पंचायती विभाग में कार्यरत मनरेगा मुलाजिमों को सिर्फ धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि अगर मनरेगा कर्मचारी की हड़ताल खत्म न हुई तो मनरेगा के तहत होने वाले पंद्रह सौ हजार करोड़ रुपये के सरकारी कार्य प्रभावित होंगे। मनरेगा कर्मचारी जिला शहीद भगत सिंह नगर के 8 ब्लाकों में हड़ताल पर हैं। हड़ताल में बलविद्र सिंह, अवतार चंद, मनप्रीत कौर, मनप्रीत सिंह, नरेश कुमार व ओंकार सिंह आदि मनरेगा कर्मचारी मौजूद थे।