गौमाता की सेवा सौभाग्य वालों को ही मिलती है : जिला व सेशन जज कमलजीत सिंह बाजवा
- विश्व गौ दिवस के उपलक्ष्य में श्री गोविद गौधाम गौशाला दिलावरपुर में जिला व सेशन जज कंवलजीत सिंह
- विश्व गौ दिवस के उपलक्ष्य में श्री गोविद गौधाम गौशाला दिलावरपुर में जिला व सेशन जज कंवलजीत सिंह बाजवा व सीजीएम कम सचिव जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी हरप्रीत कौर ने गौमाता की पूजा करने के उपरांत लगाए त्रिवेणी के पौधे
संवाद सहयोगी, राहों:
विश्व गौ दिवस के उपलक्ष्य में जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी की ओर से श्री गोविद गौधाम गौशाला दिलावरपुर गांव ठठियाला, नजदीक सैदपुर में एक समारोह का आयोजन किया गया। गौशाला के प्रमुख सेवादार रिटायर्ड एएसआई मदन लाल की अगुवाई में आयोजित समारोह में जिला व सेशन जज कंवलजीत सिंह बाजवा व सीजीएम कम सचिव जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी हरप्रीत कौर मुख्य मेहमान के तौर पर हाजिर हुए, वहीं पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर गुरदीप सिंह, सीनियर मेडिकल अफसर हरमेश कुमार तलवाड़ व जिला वेटनरी अफसर डा. अच्छर सिंह विशेष तौर पर हाजिर हुए।
गौशाला में पहुंचे सभी मुख्य मेहमानों ने गौमाता की पूजा अर्चना की तथा गायों को गुड व पेड़ा खिलाया। इसके उपरांत पीपल, नीम और बौहड़ (त्रिवेणी) के पौधे लगाए गए। इस अवसर पर जिला व सेशन जज कंवलजीत सिंह बाजवा ने कहा कि वे व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली होते हैं जिन्हें गौमाता की सेवा करने का मौका प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा गौमाता का दूध पीने के बाद उसे सड़कों में छोड़ दिया जाता है, जिसके चलते आए दिन लोगों को हादसों का शिकार होना पड़ता है। बेजुबान व बे-सहारा गौमाता को सड़कों पर छोड़ना कानूनी जुर्म है। गौमाता को सड़क पर छोड़ने वाले व्यक्ति के पकड़े जाने पर मामला भी दर्ज किया जा सकता है। इसलिए सभी से विनती है कि गौमाता की सेवा घर में रखकर ही करें, उन्हें सड़कों पर ना छोड़ें। गौ माता की सेवा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। समारोह के दौरान गौशाला प्रबंधकों की ओर से जिला व सैशन जज कंवलजीत सिंह बाजवा, सीजीएम हरप्रीत कौर, दानी सज्जनों तथा आए हुए गणमान्य व्यक्तियों को सिरोपा भेट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एसएस जैन सभा नवांशहर के प्रधान जवाहर लाल जैन, सचिव चंद्र मोहन जैन, समाज सेवक पंकज जैन, रोहित कुमार जैन, बलवीर सिंह रुबी, गौशाला के प्रधान सुभाष चंद्र, प्रोफेसर अश्वनी सियाल फगवाड़ा, रोहित कुमार जांगड़ा, सोढ़ी सिंह आदि उपस्थित थे।