मांगों को लेकर कांट्रेक्ट वर्करों ने शुगर मिल का काम रुकवाया
नवांशहर शुगर मिल में कांट्रेक्ट बेस पर काम कर रहे वर्करों ने मंगलवार दोपहर लगभग एक बजे मांगों को लेकर मिल को बंद कर दिया। इस दौरान सभी कर्मचारी गन्ने की पिराई वाले स्थान पर इकट्ठा हुए गन्ने की पिराई के काम को रूकवा दिया। कर्मचारियों का कहना था कि जब तक शुगर मिल प्रबंधन उनकी मांगों को नहीं मानती है तब तक वो काम नहीं करेंगे और न ही करने देंगे।
जागरण संवादादाता, नवांशहर
शुगर मिल में कांट्रेक्ट बेस पर काम कर रहे वर्करों ने मंगलवार दोपहर लगभग एक बजे मांगों को लेकर मिल को बंद कर दिया। इस दौरान सभी कर्मचारी गन्ने की पिराई वाले स्थान पर इकट्ठा हुए गन्ने की पिराई के काम को रूकवा दिया। कर्मचारियों का कहना था कि जब तक शुगर मिल प्रबंधन उनकी मांगों को नहीं मानती है, तब तक वो काम नहीं करेंगे और न ही करने देंगे।
संदीप सैंभी, राकेश कुमार, नवदीप कुमार, जसविदर सिंह, मुख्तियार सिंह, विशाल शारदा, अमनिदर सिंह, हरविदर सिंह, पिदर, सोनू व प्रदीप बाली ने बताया कि वो पिछले कई वर्षो से ठेके पर शुगर मिल में काम कर रहे हैं। मगर, उनको अभी तक उनको डेलीवेज पर नहीं किया गया है। जबकि कुछ युवक जिन्हें काम पर आए एक या दो वर्ष ही हुए हैं, उन्हें डेलीवेज पर किया गया है। उन्होंने बताया कि पक्का होने के लिए पहले डेलीवेज पर होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि उन्हें 10 से 15 वर्ष काम करते हो गए हैं। ऐसे में उनके साथ धक्का किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि शुगर मिल में पक्के तौर पर काम करने वाले कुछ कर्मचारी व प्रबंधन अपने रिश्तेदारों या लोगों को डेलीवेज पर करवा रहे हैं। जबकि डेलीवेज मेरिट के आधार पर होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रबंधन कई बार उनके साथ बैठकें कर चुका है पर हल कोई नहीं निकला है। समाचार लिखे जाने तक शुगर मिल का काम शुरू नहीं हो पाया था।
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जल्द निकलेगा हल : मिल महाप्रबंधक
उधर, इस बारे में शुगर मिल के महाप्रबंधक सुरिदरपाल सिंह का कहना कि कर्मचारियों से उनकी मांगों को लेकर बातचीत की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले भी कई बैठकें हो चुकी हैं। जल्द ही समस्या का हल निकाल लिया जाएगा।