भागवत का श्रवण करने से मिलती पापों से मुक्ति
नवांशहर नवांशहर के कमेटी बाजार में स्थित सिद्ध पीठ देवी देवालय स्नेही मंदिर में अधिक माह के चलते भागवत कथा जारी है।
जेएनएन, नवांशहर: नवांशहर के कमेटी बाजार में स्थित सिद्ध पीठ देवी देवालय स्नेही मंदिर में अधिक माह के चलते भागवत कथा जारी है। शुक्रवार सुबह धनंजय शास्त्री ने पाठ का पारायण किया, जिसमें प्रमुख सुरेश कुमार गौतम व शांता देवी गौतम परिवार शामिल रहा। इसके बाद संदीप शास्त्री ने सबसे पहले विष्णु सह्रसनाम का पाठ किया। शास्त्री ने बताया कि भागवत का पाठ मनुष्य को अज्ञान रूपी अंधकार से बाहर निकाल कर अथाह ज्ञान से भर देता है। संपूर्ण विश्व में भारत ही वह पावन- पुनीत भूमि है, जहां देवी आराधना का प्रधान वैशिष्टय है। देवी शब्द संस्कृत के दिव्य धातु से निकला है, जिसका अर्थ है प्रकाश, आलोक, ज्योति। कथा का महत्व है कि देवी मां किसी एक विशेष युग की ही अवतार नहीं हैं। वह अभी वर्तमान में भी हैं । अनाचार, पापाचर, आतंक और व्यभिचार के अंधकार मे डूबे इस युग को दिव्यता से प्रकाशित करने का महान साधन है। शक्ति आराधना ही है, परंतु यह आराधना केवल बाहरी नहीं है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा मनुष्य को हर प्रकार का ज्ञान देती है। हमें इसका ज्ञान अवश्य प्राप्त करना चाहिए। इसका पाठ सिमरन से ही मनुष्य वैकुंठ वासी हो जाता है। अंत में आरती से कथा को विश्राम दिया गया। इस अवसर पर विनोद चोपड़ा, पंडित हर्षबर्धन, पंडित दिनेश मिश्रा, रोहित गौतम, प्रियंका गौतम, बेबी, अनंत गौतम, आराध्य गौतम व मंदिर कमेटी के अन्य सदस्य शामिल रहे।