परमात्मा की कृपा से ही सतगुरु और संगत के होते हैं दर्शन : जय राम ठाकुर
संवाद सूत्र, मजारी (पोजेवाल) : श्री सतगुरु भूरीवाले गुरुगद्दी परंपरा (गरीबदासी संप्रदाय) के धाम श्री
संवाद सूत्र, मजारी (पोजेवाल) : श्री सतगुरु भूरीवाले गुरुगद्दी परंपरा (गरीबदासी संप्रदाय) के धाम श्री लालपुरी धाम वीटन में श्री सतगुरु लाल दास महाराज भूरीवालों के आगमन दिवस और मूर्ति स्थापना को समर्पित तीन दिवसीय संत समागम भूरीवाले गुरुगद्दी परंपरा के मौजूदा गद्दी नशीन आचार्य चेतनानंद भूरीवालों की अध्यक्षता में श्रद्धापूर्वक समाप्त हो गया। मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने नतमस्तक होते हुए कहा कि सत्संग में शामिल होना व्यक्ति के हाथ में नहीं होता। गुरु व परमात्मा की कृपा से ही सतगुरु और संगत के दर्शन होते हैं।
ठाकुर ने कह कि भले ही प्रदेश की जनता का सेवादार होने से अनेक समाज सेवी संस्थाओं में जाने का अवसर मिलता है, लेकिन जो आत्मिक सुकून, असल में मानवता की सेवा, जीव जंतु, पशु पक्षियों, पर्यावरण की सभाल, नशे से दूर रहने के लिए प्रेरणा करने वाली श्री सतगुरु भूरीवाले गुरुगद्दी परंपरा के आचार्य चेतनानंद महाराज भूरीवालों की अध्यक्षता में कार्य कर रही है, उसकी अपनी अलग ही पहचान हैं।
समागम समाप्ति पर आचार्य चेतनानंद महाराज भूरीवालों ने जगतगुरु आचार्य बाबा गरीबदास रचित वाणी के अखंड पाठ के भोग डालने के बाद उपस्थित संगतों को परमात्मा मार्ग से जोड़ते और सतगुरु लाल दास भूरीवालों के आगमन दिवस और मूर्ति स्थापना की बधाई देते कहा कि ब्रह्मज्ञानी महापुरुष अपनी आत्मा में ही रमन करते हैं। पूर्ण साधु के दर्शनों में आकर्षण और विनम्र होता है। उनकी भक्ति में ही शक्ति होती है। तीन दिवसीय सत्संग का सूत्र देते हुए कहा कि हमें अपने माता-पिता व गुरु की सेवा व आज्ञा का पालन करना चाहिए। जिससे हर प्रकार का सुख प्राप्त हो जाएगा। आचार्य चेतनानंद महाराज भूरीवालों ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर व उनकी कैबिनेट के मंत्री, विधायकों को सम्मान चिन्ह व दोशाला देकर सम्मानित किया गया।
युवा सांसद अनुराग ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा सतपाल सत्ती, प्रोफेसर राम कुमार उपाध्यक्ष भाजाप ने कहा कि हिमाल प्रदेश की देव भूमि में भूरीवाले गुरुगद्दीपरंपरा द्वारा महाराज ब्रह्मानंद चेतनानंद भूरीवाले गरीबदासी चेरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना कर जो धार्मिक समाज भलाई के कार्य किए जा रहे हैं व सराहनीय ही नहीं सहयोग करने योग्य हैं।