माता-पिता की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं : स्वामी दयाल दास
शिवालिक की पहाड़ियों के जंगल में स्थित ब्रह्मलीन बाबा सरवन दास महाराज की तपो भूमि तप स्थान बौहड़ी साहिब में जेष्ठ मंगलवार होने पर बड़ा कार्यक्रम करवाया गया।
संवाद सहयोगी, काठगढ़ : शिवालिक की पहाड़ियों के जंगल में स्थित ब्रह्मलीन बाबा सरवन दास महाराज की तपो भूमि तप स्थान बौहड़ी साहिब में जेष्ठ मंगलवार होने पर बड़ा कार्यक्रम करवाया गया। हमेशा की तरह बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाराज की प्रतिमा को सजदा करने पहुंचे। सुबह महाराज की प्रतिमा को दूध से स्नान करवाए गए, वस्त्र पहनाए गए, आरती उतारी गई, व प्रसाद बांटा गया। गुरु का लंगर वितरित किया गया। तप स्थान के गद्दी नशीन स्वामी दयाल दास महाराज ने इस अवसर पर कहा कि जीवन में माता-पिता की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं होती है। उन्होंने कहा, मां का आशीर्वाद जीवन की उन्नति में बड़ा महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने युवाओं से कहा कि माता-पिता और गुरुजनों का हमेशा सत्कार करें। यह करने से सभी की मुश्किलें आसान हो जाएंगी। दयाल दास महाराज ने बताया कि ब्रह्मलीन बाबा सरवन दास ने सदा समाज की भलाई को प्राथमिकता दी। उन्होंने हमेशा अच्छे काम करने करने का ही संदेश दिया। उनके द्वारा बना कई धार्मिक स्थान आज भी जनता की आस्था के केंद्र बने हुए हैं। उन्होंने कई शिक्षण स्थान भी तैयार करवाए। स्वामी ने कहा कि नशा बहुत घातक रोग है, इससे बचें और अपने बच्चों को बचाएं। इस अवसर पर पूर्व सरपंच जोगिदर पाल दत्त, ठेकेदार सुरजीत भाटिया, पूर्व सरपंच सत्या भाटिया, सुभाष शर्मा, नंबरदार जसपाल भाटिया, नंबरदार अवतार सिहं बाजवा, शंकर दास भाटिया, प्रिसिपल प्रेम प्रकाश शर्मा, प्रिसीपल चमन लाल आनंद, पवन शर्मा, सतपाल धीमान, रमेश शर्मा, मोहन ला शर्मा आदि उपस्थित थे।